Bihar Spurious Liquor Case
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    पटना: बिहार (Bihar) के दो जिलों में ज़हरीली शराब (Hooch Tragedy) पीने से कई लोगों की मौत (Death) हो गई है और कई लोग अस्पताल (Hospital) में भर्ती हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, बीते दो दिनों में 21 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 12 से ज़्यादा लोगों की हालत गंभीर है, वे अस्पताल में भर्ती हैं। इस बीच जहरीली शराब पीने से हुई मौतों पर जांच की जा रही है। 

    एएनआई के अनुसार, बिहार के मंत्री सुनील कुमार ने कहा है कि, गोपालगंज के एसपी और डीएम से 11 मौतों का आंकड़ा प्राप्त हुआ है और बेतिया में 10 मौतों की पुष्टि हुई है। संभावना है कि ये मौतें जहरीली शराब से हुई हैं, पोस्टमार्टम और विसरा रिपोर्ट आने के बाद हम स्पष्ट रूप से कह पाएंगे। 

    बताया जा रहा है कि, शराब पीने के बाद कई लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी। इसके बाद कई लोगों को अस्पतालों में इलाज के लिए शिफ्ट किया गया। एक रिपोर्ट के मुताबिक, गांव वालों ने बताया कि, इसी सप्ताह बुधवार शाम तक 8 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, गुरुवार सुबह तक मोतिहारी और गोपालगंज के अस्पताल में भर्ती पांच और लोगों की मौत हो गई।

    सुनील कुमार ने बताया, पुलिस अधिकारियों ने मौके का मुआयना किया है। कई जगहों पर छापेमारी की जा रही है, कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। उन्होंने कहा, मैं स्वीकार करता हूं कि स्थानीय स्तर पर कुछ लापरवाही के कारण यह घटना हुई। दोनों थाना प्रभारी सस्पेंड किए जा चुके हैं, 1 गार्ड को भी सस्पेंड किया गया है। 

    बिहार के मंत्री शाहनवाज हुसैन ने राज्य में जहरीली शराब के सेवन से हुई मौतों पर कहा, “यह एक दुखद घटना है। गहन जांच कराई जाएगी। नकली शराब की आपूर्ति के दोषी पाए जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।” 

    सुनील कुमार ने कहा, “बिहार में शराबबंदी के बाद से हमने कई कड़े कदम उठाए हैं। अब तक 187 लाख लीटर से अधिक शराब जब्त की गई, 3 लाख से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया और लगभग 60,000 वाहन जब्त किए गए हैं। हम सरकारी अधिकारियों सहित सभी पर कार्रवाई कर रहे हैं। अब तक 700 से अधिक अधिकारी निलंबित किए जा चुके हैं। 

    वहीं बेतिया और गोपालगंज में जहरीली शराब से हुई मौतों पर बिहार के मंत्री जनक चामर ने कहा, नकली शराब के बहाने साजिश देखी जा सकती है। इसका सेवन करने वाले गरीब हैं। जब कार्रवाई की जाती है और छापेमारी की जाती है, तो कमजोरों को पकड़ लिया जाता है। कमजोर पकड़ में आते हैं, कमजोर मर जाते हैं।