पश्चिम बंगाल में भाजपा का मुस्लिम चेहरों पर दांव, क्या है पार्टी की रणनीति?

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    West Bengal Assembly Election 2021 : भाजपा (BJP) और सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections in West Bengal) को लेकर अपनी एड़ी चोटी का जोर आजमा रही है। भाजपा जीत पर नज़र गड़ाए हुए है, जिसे देखते हुए राज्य में ठीक-ठाक संख्या में मुस्लिम चेहरों को भी मैदान में उतारा गया है। ये वही भाजपा है पार्टी है जिसने देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश और बिहार के विधानसभा चुनावों में किसी भी मुस्लिम उम्मीदवार (Muslim Candidate) को मैदान में नहीं उतारा था। यदि बात 2019  लोकसभा चुनाव कि की जाएं तो भाजपा ने केवल छह मुस्लिमों को मैदान में उतारा था वे सभी उम्मीदवार चित्त हो गए थे।

    पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में इस दक्षिणपंथी पार्टी को अपनी रणनीति बदलनी पड़ी है। भाजपा ने बुधवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए 157 उम्मीदवारों की एक और सूची जारी की। इस सूची में पार्टी ने दूसरे दलों से आए 22 नेताओं को टिकट दिया गया है। वहीं इसने अपने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकल रॉय, सांसद जगन्नाथ सरकार, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा और लोक गायक असीम सरकार को भी चुनावी रण में उतारा है। उसने इस विधानसभा चुनाव के लिए घोषित कल वाली सूची में 17 मुस्लिम चेहरों को मौका दिया है। जानकारों की माने तो राज्य में मुस्लिम मतदाताओं की करीब 30 फीसदी संख्या के कारण भाजपा यहां उनको नजरअंदाज नहीं कर सकती।

    बता दें कि, पश्चिम बंगाल की 294 सदस्यीय विधानसभा के लिए 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में मतदान संपन्न होगा। मतों की गिनती दो मई को होगी।