
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज में माफिया से नेता बने अतीक अहदम (Atiq Ahmed) और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद देश भर में जमकर राजनीति शुरू हो गई है। बीजेपी ने कांग्रेस सहित कई पार्टियों पर अतीक के साथ मित्रता की बात कही है। हाल में कर्नाटक का चुनाव (Karnataka elections) होने वाला है। इस चुनाव में भी अतीक का कनेक्शन निकाल लिया गया है। बीजेपी नेता ने आरोप लगाया है कि कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस ने जिसको स्टार प्रचारक बनाया है वह अतीक का मित्र थे। गैंगस्टर अतीक अहमद और अशरफ उसके दोस्त थे। फ़िलहाल इसको लेकर दोनों पार्टियों में राजनीति तेज हो गई है।
भाजपा सांसद शोभा करंदलाजे (Shobha Karandlaje) ने कहा कि गैंगस्टर अतीक अहमद और अशरफ इमरान प्रतापगढ़ी (Imran Pratapgarhi) के दोस्त थे। इमरान उन्हें भाई कहते थे। कांग्रेस ने इमरान प्रतापगढ़ी को कर्नाटक चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की सूची में रखा है। जिससे पता चलता है कि कांग्रेस अपराधियों और देशद्रोहियों के समर्थन में है।
#WATCH | Gangster Atiq Ahmed & Ashraf were his (Imran Pratapgarhi) friends. Imran used to call them brothers… Congress has kept him on the list of star campaigners for Karnataka polls, which shows Congress is in support of criminals and anti-nationals: BJP MP Shobha Karandlaje pic.twitter.com/O3vpXNWSTB
— ANI (@ANI) April 20, 2023
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के आरोपी लवलेश तिवारी, मोहित उर्फ सनी और अरुण कुमार मौर्य को बुधवार को मुख्य दंडाधिकारी (सीजेएम) डी.के. गौतम की अदालत में पेश किया गया। पुलिस ने इन तीनों आरोपियों को सात दिन के लिए पुलिस हिरासत में दिए जाने की मांग की। CJM कोर्ट ने अतीक और अशरफ अहमद की हत्या के तीनों आरोपियों लवलेश, अरुण और सनी को 4 दिनों की पुलिस कस्टडी में भेज दिया। CJM ने मामले में आदेश जारी कर दिया। हालांकि वहीं SIT ने 7 दिनों के लिए रिमांड मांगी थी लेकिन उन्हें सिर्फ 4 दिन का ही रिमांड मिला।
गौरतलब है कि शनिवार को अतीक अहमद और अशरफ को चिकित्सा जांच के लिए कॉल्विन अस्पताल ले जाते समय इन तीन आरोपियों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी। घटना के अगले दिन रविवार को शाहगंज थाने में लवलेश तिवारी, मोहित और अरुण कुमार मौर्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता धारा 302, 307 और आयुध अधिनियम की धारा 3,7, 25, 27 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। रविवार को ही इन आरोपियों को रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया था जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में नैनी जेल भेज दिया गया था। सोमवार को सुरक्षा कारणों से इन अभियुक्तों को प्रतापगढ़ जेल स्थानांतरित कर दिया गया।