किसके लिए होता है ‘नीले रंग’ का Aadhaar Card, कैसे करें अप्लाई? जानें प्रोसेस

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    नई दिल्ली. भारत सरकार के सभी महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट में से आधार कार्ड महत्‍वपूर्ण दस्‍तावेज है। यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी (UIDAI) 5 साल से कम उम्र के बच्चों का भी आधार कार्ड बनवाता है जिसे  ‘बाल आधार’ कार्ड कहते हैं, लेकिन बच्चों का आधार बड़ों के आधार से अलग होता है।

    यूआईडीएआई (UIDAI) द्वारा जारी 12 अंकों का यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर अब महत्वपूर्ण आईडी (ID) में से एक बन गया है क्योंकि इसमें आपका डेमोग्राफिक और साथ ही बायोमेट्रिक डेटा शामिल होता है।  बता दें कि कुछ दिन पहले ही आधार जारी करने वाली संस्था (यूआईडीएआई) ने बच्चों के लिए आधार कार्ड जारी करने की प्रक्रिया में कुछ बदलाव किए है। अब, माता-पिता बच्चे के आधार कार्ड (बाल आधार कार्ड नया नियम) (Baal Aadhaar Card) के लिए जन्म प्रमाण पत्र या उस अस्पताल द्वारा जारी (रिसिप्ट) पर्ची देकर अप्लाई कर सकते हैं जहां बच्चे का जन्म हुआ था।

    कैसे अलग है बाल आधार कार्ड ?

    बच्चों के लिए आधार कार्ड (Baal Aadhaar) के लिए बड़ों के आधार कार्ड की तरह ही अप्लाई करना होता है।   

    सपोर्टिंग डॉक्यूमेंट्स के साथ नामांकन केंद्र पर उपलब्ध आवेदन पत्र भरना होगा।  

    इसमें रेजिडेंस प्रूफ (PO), रिलेशनशिप प्रूफ (POR) और डेट ऑफ बर्थ डॉक्यूमेंट (DOB) जोड़े।   

    यूआईडीएआई 31 तरह के पीओआई और 44 पीओए, 14 पीओआर और 14 डीओबी डॉक्यूमेंट्स को स्वीकार करता है।  

     बाल आधार का रंग नीला होता है।   

    बाल आधार के बारे में 5 रोचक तथ्य

    1. 5 साल से कम उम्र के बच्चे के लिए नीले  रंग का आधार बनाया जाता है , लेकिन जब 5 साल का हो जाता है आधार अमान्य हो जाता है।2. आप अपने बच्चे के स्कूल आईडी (मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थान द्वारा जारी फोटो आईडी) का उपयोग उसके आधार नामांकन के लिए कर सकते हैं।

    3. 5 साल की उम्र में और फिर 15 साल की उम्र में अपने बच्चे के बायोमेट्रिक आधार डेटा को अपडेट जरूर कराये। बच्चों के लिए यह अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट फ्री है। इसे री-एक्टिवेट करने के लिए बायोमेट्रिक अपडेट होना जरूरी है।

    4. आपका आधार, बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र या अस्पताल से मिली डिस्चार्ज स्लिप बच्चे का आधार बनवाने के लिए पर्याप्त है।

    5. बच्चे के आधार डेटा में फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन जैसी बायोमेट्रिक जानकारी शामिल नहीं होती। एक बार जब बच्चा 5 साल पार कर जाता है, तो बायोमेट्रिक को अपडेट करना होता है।