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    नई दिल्ली. कोरोना महामारी (Corona Pandemic) ने दुनियाभर में तबाही मचा रखी है। कई लोगों की जान गई है तो कई परिवार बर्बाद हो गए हैं। जिससे अब कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए देश दुनियाभर में लोगों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है। अब तक करोड़ों लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई गई है। इस बीच रूस की कोरोना वैक्सीन निर्माता कंपनी गमालेया रिसर्च इंस्टिट्यूट (Gamaleya Research Institute) जल्द ही स्पुतनिक वी वैक्सीन का बूस्टर डोज (Sputnik V Booster Dose) लॉन्च करने वाली है। रूस का दावा है कि यह बूस्टर डोज कोरोना वायरस के भारत में सबसे पहले मिले डेल्टा वैरियंट पर असरदार साबित होगी।

    कंपनी ने बताया कि स्पुतनिक वी वैक्सीन का यह बूस्टर डोज वैक्सीन कॉकटेल से बनाया गया है। डेल्टा वैरियंट भारत समेत दुनियाभर के कई देशों में तेजी से फैल रहा है। जिसमें ब्रिटेन, अमेरिका, वियतनाम जैसे देश भी शामिल हैं।

    गौरतलब है कि रूस पहले ही दावा कर चुका है कि स्पुतनिक वी वैक्सीन दुनिया भर में मिले कोविड के हर एक वैरियंट पर असरदार है। इसके अलावा रूस ने स्पुतनिक लाइट वैक्सीन का भी निर्माण किया है, जो सिंगल डोज में इंसानों को कोरोना के प्रति इम्यून करती है।

    रूस ने यह भी दावा किया है कि गमालेया सेंटर ने अप्रैल 2020 में ही स्पुतनिक वी नाम से पहली कॉकटेल वैक्सीन का निर्माण कर लिया था। हालांकि, रूसी सरकार ने इसे अगस्त में अपनी मंजूरी दी थी। यह 2 अलग-अलग एडेनोवायरल वैक्टर Ad5 और Ad26 का प्रयोग करता है।

    मालूम हो कि स्पुतनिक वी इस्तेमाल रूस में ही नहीं बल्कि भारत समेत अन्य देशों में भी किया जा रहा है। कोरोना वायरस से बचने के लिए भारत ने कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान इस वैक्सीन को मंजूरी दी थी। देश में इस वैक्सीन का प्रोडक्शन हैदराबाद स्थित डॉ. रेड्डीज लैब कर रहा है। इस साल के अंत तक स्पुतनिक वी की दस करोड़ डोज बनाए जाने का फैसला किया गया है।

    उल्लेखनीय है कि दुनियाभर में अब तक कोरोना के 17 करोड़ से अधिक मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 38 लाख से ज्यादा लोगों की संक्रमण से मौत हो गई। दुनियाभर के देशों कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन तेज कर दिया है।