
बिहार : आम जगहों की तरह बिहार (Bihar) में शराब (liquor) पीना अब लोगों का सपना हो गया है। क्योंकी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वाली सरकार के नेतृत्व में पिछले कई सालों से बिहार में शराबबंदी (Liquor ban) लागू किया गया है। हालांकि, बीते अप्रैल में इसको लेकर नियम व शर्तों के साथ जुर्माने पर थोड़ी ढील दी गई थी।
बिहार में शरबबंदी को लेकर आए दिन लोगों की प्रतिक्रिया सामने आती रहती है। इतना ही नहीं इसको लेकर सियासत भी देखने को मिलता है। वैसे तो शराबबंदी को लेकर कई नेताओं ने नाराजगी जाहिर की है। जिनमें भीहर के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा सहित कई नेता शामिल हैं। लेकिन आपको ये जानकर बेहद हैरानी होगी कि अब इस लिस्ट में कांग्रेस भी शामिल हो गई है। कांग्रेस ने बिहार में शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) से बड़ी मांग कर दी है।
शराबबंदी को लेकर कांग्रेस की मांग
कांग्रेस की महिला विधायक प्रतिमा कुमारी दास ने हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उनके शराबबंदी के फैसले पर पुनः विचार करने की नसीहत देते हुए कहा कि बिहार में शराब की दुकानें खुलनी चाहिए क्योंकी खाने-पीने की किसी भी चीज पर रोक नहीं लगना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि बिहार में लगे इस शराबबंदी का रिजल्ट बहुत पॉजिटिव नहीं आया है बल्कि इसकी वजह से कितने लोगों की जान चली गई। माफिया और पुलिसवालों की मिलीभगत से अवैध शराब की बिक्री हो रही है। विकास का हवाला देते हुए प्रतिमा कुमारी ने कहा कि सरकार को रेवेन्यू नहीं मिलने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों का विकास रुक गया है। स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है। मैं चाहती हूं सरकार शराबबंदी पर विचार करें।
जीतन राम मांझी को लेकर कही ये बात
साथ ही उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) को भी इसके लिए सवालों में घेरा और कहा कि अगर वो दलितों का सच में भला चाहते हैं तो उन्हें भी नि