Central Government Employing Migrant Workers Launches 'Poor Welfare Employment Scheme'

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नई दिल्ली: लॉक डाउन के वजह से अपने गृह राज्यों और जिलों में पहुंचे मजदूरों को रोजगार देने के लिए केंद्र सरकार ने ‘गरीब कल्याण रोजगार योजना’ लॉन्च किया है. गुरुवार को इस योजना का अनावरण वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने की. योजना की जानकारी देते हुए वित्तमंत्री ने कहा, ” देश भर के 116 जिलों में लौटे लोगों को ‘गरीब कल्याण रोजगार योजना’ के तहत रोजगार दिया जाएगा.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘देश भर के मजदूर लॉकडाउन  शुरू होने के थोड़े दिनों बाद गाँवों में वापस जाना चाहते थे. जिसे केंद्र और राज्य सरकारों ने मिलकर इसकी व्यवस्था की जिससे वह अपने अपने घरों में पहुंच सके. हमने उन जिलों पर ध्यान दिया है, जहां वे बड़े पैमाने पर लौट आए हैं.’

छह राज्यों के 116 जिलों में लौटे प्रवासी श्रमिक 
मंत्री ने कहा, ‘हमने पाया है कि प्रवासी श्रमिक बड़ी संख्या में देश के छह राज्यों बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा और राजस्थान  के 116 जिलों में लौटे है.’ उन्होंने कहा, ‘केंद्र और राज्य सरकारों ने 6 राज्यों में 116 जिलों में बड़ी संख्या में लौटे प्रवासी श्रमिकों के कौशल सेटों का सावधानीपूर्वक मानचित्रण किया है.’

२५ योजनाओं को  गरीब कल्याण रोजगार योजना के तहत लाया जाएगा
निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘१२५ दिनों के भीतर, ११६ जिलों के लिए, सरकार की लगभग २५ योजनाओं को  गरीब कल्याण रोजगार योजना के तहत लाया जाएगा, हम उन १२५ दिनों के भीतर उन योजनाओं में से प्रत्येक के लिए संतृप्ति स्तर तक पहुंच जाएंगे.’

वित्तमंत्री ने आगे कहा, ‘इन 116 जिलों में हर किसी को असाइनमेंट की जरूरत है, #GaribKalyanRojgarAbhiyaan के तहत काम दिया जाएगा, इस योजना के लिए अनुमानित अनुमानित खर्च 50,000 करोड़ रुपये है, इसके लिए आवंटित पैसा फ्रंट-लोड किया जाएगा.’