चंडीगढ़. पंजाब के नए मुख्यमंत्री (Punjab CM) के नाम की घोषणा हो गई है। कांग्रेस आलाकमान ने नए मुख्यमंत्री के तौर पर चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) के नाम पर मुहर लगा दी है। उन्हें विधायक दल का नेता भी चुना गया है। इस बात की पुष्टि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश सिंह रावत ने की है।
इससे पहले पंजाब कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पद के लिए सुखजिंदर सिंघ रंधावा (Sukhjinder Randhawa) का नाम फाइनल किया गया था और वह CM की दौड़ में सबसे आगे थे।
हरीश रावत ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा, “मुझे यह घोषणा करते हुए बहुत खुशी हो रही है कि चरणजीत सिंह चन्नी को सर्वसम्मति से पंजाब के कांग्रेस विधायक दल के नेता के रूप में चुना गया है।”
It gives me immense pleasure to announce that Sh. #CharanjitSinghChanni has been unanimously elected as the Leader of the Congress Legislature Party of Punjab.@INCIndia @RahulGandhi @INCPunjab pic.twitter.com/iboTOvavPd
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) September 19, 2021
निराश नहीं हूं: रंधावा
चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा के बाद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा, “यह आलाकमान का फैसला है। मैं इसका स्वागत करता हूं। चन्नी मेरे छोटे भाई की तरह है। मैं बिल्कुल भी निराश नहीं हूं।”
It's high command's decision…, I welcome it. Channi is like my younger brother…I am not at all disappointed…: Congress leader Sukhjinder Singh Randhawa, after announcement of Charanjit Singh Channi as new Punjab Chief Minister pic.twitter.com/jHbAHapQEH
— ANI (@ANI) September 19, 2021
कांग्रेस आलाकमान के इस फैलने ने सबको चौंका दिया है। इससे पहले सुखजिंदर सिंह रंधावा पंजाब के मुख्यमंत्री दावेदार थे। कांग्रेस के एक गुट ने सुखजिंदर रंधावा को मुख्यमंत्री बनाने का विरोध जताया था। उनका कहना था कि पंजाब का नया मुख्यमंत्री एक दलित हो। इसी कारण औपचारिक मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा में देरी हो रही थी। लेकिन जब कांग्रेस आलाकमान का फैसला आया तब उसने सभी को चौंका दिया।
सिद्धू ने की चन्नी के नाम की पैरवी
कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने चन्नी के नाम की जोरदार पैरवी की। जिसके बाद राहुल गांधी ने चन्नी के नाम पर मुहर लगाने का फैसला किया।
बता दें कि चन्नी दलित सिख समुदाय से आते हैं और अमरिंदर सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री थे। वह रूपनगर जिले के चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।
गौरतलब है कि अमरिंदर सिंह ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और कहा था कि विधायकों की बार-बार बैठक बुलाए जाने से उन्होंने अपमानित महसूस किया, जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया।