
नई दिल्ली: चीन (China) अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। सीमा विवाद के बाद उसने एक और चाल चली है। भारत से सीमा विवाद (border dispute) के बीच चीन ने एक और हरकत कर दी है। चीन ने अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के कई जगहों के नाम बदले है और उसपर अपना दावा ठोंक दिया है। चीन ने अरुणाचल प्रदेश की ‘चीनी, तिब्बती और पिनयिन’ अक्षरों में नामों की तीसरी लिस्ट जारी की है। अब इसको लेकर भारत में हलचल शुर हो गई है। भारत के विदेश मंत्रालय (India’s Ministry of External Affairs) का जवाब आया है कि चीन की इस हरकत को हम ख़ारिज करते हैं।
चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश में स्थानों का नाम बदलने पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि आविष्कार किए गए नामों को सौंपने का प्रयास इस वास्तविकता को नहीं बदलेगा। मंत्रालय ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब चीन ने ऐसा प्रयास किया है। हम इसे सिरे से खारिज करते हैं। अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न, अविच्छेद्य अंग है।
बता दें कि भारत द्वारा अरुणाचल में G20 बैठक आयोजित करने के ठीक एक हफ्ते बाद चीन ने यह कदम उठाया है। जी20 की इस बैठक में भी चीन शामिल नहीं हुआ था। एक बार फिर चीन ने यह हरकत की है।
This is not first time China has made such an attempt. We reject this outright. Arunachal Pradesh an integral, inalienable part of India. Attempts to assign invented names will not alter this reality: MEA on renaming of places in Arunachal Pradesh by China pic.twitter.com/HjsfGDkYLG
— ANI (@ANI) April 4, 2023
बता दें कि चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय ने रविवार को अरुणाचल प्रदेश के लिए 11 स्थानों के नाम जारी किए। जिसे वह स्टेट काउंसिल, चीन की कैबिनेट द्वारा जारी भौगोलिक नामों पर नियमों के अनुसार ‘तिब्बत का दक्षिणी भाग ज़ंगनान बताया है। चीन ने इसके साथ ही एक नक्शा भी जारी किया, जिसमें अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों को दक्षिणी तिब्बती क्षेत्र के अंदर दिखाया गया है।
चीन ने जिन स्थानों के नाम बदले हैं उसपर ग्लोबल टाइम्स ने सोमवार को अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि मंत्रालय ने रविवार को 11 स्थानों के आधिकारिक नाम जारी किए, जिनमें 2 भूमि क्षेत्रों, 2 आवासीय क्षेत्रों, 5 पर्वत चोटियों और 2 नदियों सहित सटीक निर्देशांक भी दिए गए हैं।