ICG

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नई दिल्ली. एक बड़ी खबर के अनुसार, एक बड़े संयुक्त अभियान में, राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने भारतीय तट रक्षक (ICG), मंडपम और रामनाद सीमा शुल्क, निवारक प्रभाग की मदद से दो मछली पकड़ने वाली नौकाओं को रोका और 32.869 किलोग्राम विदेशी मूल जब्त किया। वहीं सोने की कीमत एक आधिकारिक बयान के अनुसार, 20.21 करोड़ रुपये बताई गई है। जानकारी के अनुसार कुछ तस्कर इसे श्रीलंका से भारत में तट के रास्ते तस्करी कर लाए गए थे।

मामले पर मिली जानकारी के अनुसार करीब 20.20 करोड़ रुपये मूल्य का सोना तस्करी कर भारत से श्रीलंका ले जाया जा रहा था। यह जब्ती श्रीलंका और भारत के बीच मादक पदार्थों की तस्करी के संबंध में DRI की एक विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर की गई थी, जिसके बाद 30 मई को भारतीय तट रक्षक और डीआरआई द्वारा एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया था।

वहीं अधिकारियों द्वारा पीछा किए जाने के दौरान तस्करों ने यह सोना समुद्र में फेंक दिया था, जिसके बाद गोताखोरों ने इसका पता लगाया था।अधिकारियों ने बीते गुरुवार को कहा कि राजस्व खुफिया और सीमा शुल्क निदेशालय के साथ भारतीय तटरक्षक बल के एक संयुक्त अभियान में लगभग 20।2 करोड़ रुपये मूल्य का 32।689 किलोग्राम सोना जब्त किया गया, जिसे तमिलनाडु के मन्नार की खाड़ी क्षेत्र में मछली पकड़ने वाली दो नौकाओं से समुद्र में फेंक दिया गया था।

यह खेप श्रीलंका से भारत में तस्करी कर लाई जा रही थी। भारतीय तटरक्षक बल के एक अधिकारी ने कहा कि संयुक्त अभियान के दौरान पता चला कि सोना समुद्र में फेंका गया था, जिसे समुद्र तल से सफलतापूर्वक निकाल लिया गया है।वहीं ICG ने ट्वीट किया कि DRI के सहयोग से मन्नार की खाड़ी में सोने की अवैध तस्करी को नाकाम कर दिया गया। 

बाद में संयुक्त खोजबीन से पता चला कि सोना पानी में फेंक दिया गया था, जिसे समुद्र तल से अब सफलतापूर्वक निकाल लिया गया है। इसके परिणामस्वरूप 20 करोड़ रुपये मूल्य का 32 किलोग्राम 869.7 ग्राम सोना जब्त किया गया। जानकारी दें कि इस साल फरवरी में इसी तरह की एक घटना में, भारतीय तटरक्षक बल ने तमिलनाडु के मंडपम समुद्र तट से लगभग 10।5 करोड़ रुपये मूल्य के 17।74 किलोग्राम सोने की खेप जब्त की थी, जबकि खेप को श्रीलंका से समुद्री मार्ग से तस्करी कर लाया जा रहा था।