Ghulam Nabi Azad
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    नई दिल्ली. देश (India) की राजधानी दिल्ली की  राजनीतिक गलियारों से आ रही बड़ी खबर के अनुसार, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद (Gulam Nabi Azad) ने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पदों से इस्तीफा (Resigned) दे दिया दिया है।पता हो कि, इसके पहले भी गुलाम नबी आजाद ने प्रचार समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। जबकि हैरानी की बात ये थी, कि कुछ घंटे पहले ही पार्टी ने उन्हें इस पद के लिए नियुक्त किया था।

    सोनिया गांधी को  भेजा इस्तीफा 

    जी हां, गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस में सभी पदों से इस्तीफा दिया है। आज गुलाम नबी आजाद ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में कहा कि, “वह बहुत भारी मन से ऐसा कर रहे हैं। AICC को संचालित कर रहे कुछ लोगों द्वारा नियंत्रित कांग्रेस ने इच्छाशक्ति और क्षमता खो दी है।”   

    उन्होंने कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से पहले ‘कांग्रेस जोड़ो यात्रा’ निकाली जानी चाहिए थी।आजाद ने कहा कि पार्टी में किसी भी स्तर पर चुनाव संपन्न नहीं हुए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि कांग्रेस लड़ने की अपनी इच्छाशक्ति और क्षमता खो चुकी है। आजाद पार्टी के ‘जी23′ समूह के प्रमुख सदस्य रहे हैं। हाल ही में उन्होंने जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चुनाव अभियान समिति के प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया था।   

    हालाँकि कहने को गुलाम नबी को प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाया गया था, लेकिन उनके इस्तीफे के बाद सवाल उठ रहे थे कि क्या वे इस पद से खुश नहीं थे? क्या वे पार्टी से किसी दूसरे पद की ही उम्मीद लगाए बैठे थे?

    गौरतलब है कि, इससे पहले बीते 24 अगस्त को, कांग्रेस (Congress) नेता जयवीर शेरगिल (Jaiveer Shergill) ने पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के पद से अपना इस्तीफा दे दिया था। वहीं शेरगिल ने सोनिया गांधी को लिखे अपने त्याग पत्र में कहा था कि, “मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है कि निर्णय लेना अब जनता और देश के हितों के लिए नहीं है, बल्कि यह उन लोगों के स्वार्थी हितों से प्रभावित है, जो चाटुकारिता में लिप्त हैं और लगातार जमीनी हकीकत की अनदेखी कर रहे हैं।”