मुम्बई, कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा और संजय निरुपम ने गुरुवार को शिवसेना सांसद संजय राउत से पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर की गई उनकी कथित टिप्पणी वापस लेने को कहा। राउत ने पूर्व प्रधानमंत्री
मुम्बई, कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा और संजय निरुपम ने गुरुवार को शिवसेना सांसद संजय राउत से पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर की गई उनकी कथित टिप्पणी वापस लेने को कहा। राउत ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के अंडरवर्ल्ड डॉन करीम लाला से मिलने का कथित दावा किया था। पूर्व केन्द्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने इंदिरा गांधी को एक सच्ची देशभक्त बताया, जिन्होंने कभी भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता नहीं किया।महाराष्ट्र में राउत की पार्टी शिवसेना कांग्रेस और राकांपा के गठबंधन के साथ सत्ता में है। राज्यसभा सदस्य राउत ने बुधवार को दावा किया था कि इंदिरा गांधी करीम लाला से मुम्बई में मुलाकात करती थीं। करीम लाला, मस्तान मिर्जा उर्फ हाजी मस्तान और वरदराजन मुदलियार मुम्बई के बड़े माफिया सरगना थे, जो 1960 से लेकर अस्सी के दशक तक सक्रिय रहे।
Sanjay Raut, Shiv Sena: There was a time when Dawood Ibrahim, Chhota Shakeel, Sharad Shetty used to decide who would be Police Commissioner of Mumbai & who would sit in ‘Mantralaya’. Indira Gandhi used to go and meet Karim Lala. We’ve seen that underworld, now it’s just ‘chillar’ pic.twitter.com/aLC6KoujRZ
— ANI (@ANI) January 15, 2020
देवड़ा ने कहा कि राजनेताओं को उन प्रधानमंत्रियों की विरासत गलत तरीके से पेश करने से बचना चाहिए, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ इंदिरा जी एक सच्ची देशभक्त थीं, जिन्होंने कभी भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता नहीं किया।” देवड़ा ने कहा, ‘‘ कांग्रेस की मुम्बई इकाई का पूर्व अध्यक्ष होने के नाते मैं संजय राउत जी से उनके गलत बयान को वापस लेने का अनुरोध करता हूं। राजनेताओं को दिवंगत प्रधानमंत्रियों की विरासत को गलत तरीके से पेश करने से बचना चाहिए।”
Indira ji was a true patriot who never compromised on India’s national security.
As former @INCMumbai President, I demand that @rautsanjay61 ji withdraws his ill-informed statement.
Political leaders must show restraint before distorting the legacies of deceased Prime Ministers
— Milind Deora मिलिंद देवरा (@milinddeora) January 16, 2020
मुम्बई कांग्रेस के एक और पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम ने कहा कि राउत ने गांधी के खिलाफ अगर ‘‘ झूठा अभियान” जारी रखा तो उन्हें ‘‘पछताना” पड़ेगा। राउत द्वारा ट्विटर पर अक्सर दूसरों की कविताएं साझा किए जाने का संदर्भ देते हुए निरुपम ने कहा कि बेहतर होगा कि अगर शिवसेना नेता कविताओं से महाराष्ट्र का मनोरंजन करने पर भी ध्यान दें। निरुपम ने ट्वीट किया, ‘‘ बेहतर होगा कि शिवसेना के मिस्टर शायर दूसरों की हल्की-फुल्की शायरी-कविताएं सुनाकर महाराष्ट्र का मनोरंजन करते रहें। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खिलाफ दुष्प्रचार करेंगे तो उन्हें पछताना पड़ेगा। कल उन्होंने इंदिरा गांधी के बारे में जो बयान दिया है वह उन्हें वापस लेना चाहिए। ”
बेहतर होगा कि शिवसेना के मि.शायर दूसरों की हल्की-फुल्की शायरी सुनाकर महाराष्ट्र का मनोरंजन करते रहें।
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी के खिलाफ दुष्प्रचार करेंगे तो उन्हें पछताना पड़ेगा।
कल उन्होंने इदिराजी के बारे में जो बयान दिया है वो वापस ले लें।
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) January 16, 2020
यह विडंबना है कि छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर राजनीतिक दुकान चलानेवाली शिवसेना उनके वंशजों से वंशज होने का सबूत माँग रही है।
यह इतिहास की सबसे बड़ी राजनीतिक उदंडता है।#शिवछत्रपति
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) January 16, 2020
वहीं महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मुद्दे पर कहा कि, इंदिराजी जैसे शीर्ष नेताओं पर आरोप लगाने के बाद कांग्रेस चुप क्यों रहती है? क्या कांग्रेस को चुनाव जीतने के लिए अंडरवर्ल्ड से मदद लेनी चाहिए? क्या पुलिस आयुक्त अंडरवर्ल्ड की सहमति से योजना बना रहे थे? मुंबई में विस्फोटक के साथ कांग्रेस के क्या संबंध है? सोनिया गाँधी , राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी को इस पर जवाब देना चाहिए।
इंदिराजींसारख्या सर्वोच्च नेत्यावर आरोपानंतर काँग्रेस गप्प का?
निवडणुका जिंकण्यासाठी काँग्रेस अंडरवर्ल्डची मदत घ्यायची का?
पोलिस आयुक्त अंडरवर्ल्डच्या संमतीने ठरवित होता काय?
मुंबईत स्फोट घडविणार्यांशी काँग्रेसचा काय संबंध?
सोनियाजी, राहुलजी, प्रियंकाजी उत्तर द्या… pic.twitter.com/Cs7CRJtgVS
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) January 16, 2020
गौरतलब है कि पुणे में एक मीडिया समूह के एक कार्यक्रम के दौरान दिए एक साक्षात्कार में राउत ने दावा किया था, ‘‘ जब (अंडरवर्ल्ड डॉन) हाजी मस्तान मंत्रालय आए थे, तो पूरा सचिवालय उन्हें देखने नीचे आ गया था। इंदिरा गांधी पायधुनी (दक्षिण मुम्बई) में करीम लाला से मिला करती थीं।”