नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी को की शुरू मुश्किलें कम होने के बजाय लगातार बढ़ते जारहे हैं। पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amrinder Singh) के बगावती सुर अपनाने के बाद एक और बड़े नेता ने कांग्रेस से किनारा कर लिया है। पूर्व राष्ट्रपति प्रणव दा (Pranav Mukherjee) की बेटी और पूर्व सांसद शर्मिष्ठा मुखर्जी (Sharmistha Mukherjee) ने सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। जिसकी घोषणा उन्होंने ट्वीट कर के दी। हालांकि, वह कांग्रेस (Congress) की सदस्यता बने रहेंगी।
कांग्रेस का प्राथमिक सदस्य रहूंगी
शर्मिष्ठा ने कहा, “मैं अब ‘राजनेता’ नहीं। मैंने राजनीति छोड़ दी है। मैं कांग्रेस का प्राथमिक सदस्य हूँ और बनी रहूंगी, लेकिन मेरे लिए अब कोई सक्रिय राजनीति नहीं है। कोई भी अन्य कई तरीकों से राष्ट्र की सेवा कर सकता है….”
उन्होंने कहा, “राजनीति एक महान सीखने का अनुभव था और मैं अपनी पार्टी को धन्यवाद देना चाहती हूं कि मुझे काम करने का मौका दिया। मैंने भी अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। लेकिन मुझे एहसास हुआ कि यह मैं नहीं हूं! एक लोकतांत्रिक बहुलवादी समावेशी भारत की दृष्टि राजनीति का अनन्य क्षेत्र नहीं है! हम में से प्रत्येक अपने स्वयं के कार्य में योगदान कर सकता है।”
किसी दूसरे पार्टी में शामिल नहीं हो रही
कांग्रेस छोड़ अन्य पार्टी में शामिल होने के सवाल पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘अगर मुझे राजनीति में बने रहना है तो मैं कांग्रेस को क्यों छोड़ दूं जो मेरा गृह क्षेत्र है और किसी अन्य पार्टी में शामिल हो जाऊं? मैंने बचपन से ही एनफ पावर देखी है। यह मुझे लुभाता नहीं है। मैं एक शांतिपूर्ण जीवन जीना चाहता हूं और ऐसी चीजें करना चाहता हूं जो मेरे स्वभाव के करीब हों। सरल!”
ज्ञात हो कि, शर्मिष्ठा के भाई अभिजीत मुखर्जी पिछले दिनों कांग्रेस छोड़ तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। उनके शामिल होने के बाद से ही शर्मिष्ठा मुखर्जी के भी कांग्रेस छोड़ने की बातें शुरू थी, लेकिन उन्होंने पार्टी तो नहीं छोड़ी के सक्रिय राजनीती से संन्यास जरूर ले लिया है। हालांकि, उनके टीएमसी में शामिल होने की चर्चा अभी भी शुरू हैं।