corona-virus
फ़ाइल फोटो

हाल ही में भारत (India) में इस वेरिएंट पहला केस मिला है।

    Loading

    नई दिल्ली: देश में कोरोना संक्रमित (Corona Virus) लोगों की संख्या कम हो रही है। इसी दौरान खबर मिली है कि, मुंबई (Mumbai) में कोरोना का नया वेरिएंट एक्स ई XE मिला है। इस खबर के बाद देश पर एक बार फिर खतरा मंडरा रहा है। बीते बुधवार को बीएमसी कम‍िश्‍नर इकबाल सिंह की तरफ से वेरिएंट ओमीक्रोन XE (XE Variant) के पहले केस की जानकारी दी गई है। 

    उन्होंने बताया कि बीएमसी (BMC) के कस्तूरबा अस्पताल और पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में नेक्स्ट जनरेशन जीनोम सीक्वेंसिंग लैब में 376 सैंपल की टेस्टिंग की गई। इसमें से 230 सैंपल मुंबई के निवासी थे। इसमें से एक मरीज में ओमीक्रोन XE वेरिएंट की पुष्टि हुई है। हालांकि सरकारी सूत्रों ने इस रिपोर्ट का खंडन किया है।

    हाल ही में भारत (India) में इस वैरिएंट पहला केस मिला है। खबर मिली है कि, एक 50 वर्षीय महिला 10 फरवरी को सउदी अरब से लौटी थीं। इस महिला को कोई बीमारी नहीं है और न ही उसमें कोई लक्षण दिखा।

    ओमीक्रोन से 10 गुना तेजी से फैलता है XE

    रिसर्चरों की माने तो, XE वेरिएंट ओमीक्रोन वेरिएंट के स्ट्रेन में बदलाव के कारण हुआ है। इतना ही नहीं यह ओमीक्रोन की तुलना में 10 गुना ज्यादा ट्रांसमिसिबल हो सकता है। दरअसल  विश्व स्वास्थ्य संगठन  ने पहले भी कई बार इस बात की जानकारी दी है कि, कोरोना के वेरिएंट आपस में जुड़कर कुछ नए वेरिएंट बना रहे हैं। कुछ दिनों पहले ओमीक्रोन और डेल्टा से मिलकर डेल्टा क्रोम कॉम्बिनेशन तैयार हुआ था। अब ओमीक्रोन के दो सबवेरिएंट BA1 और BA2 का रिकॉम्बिनेंट तैयार हुआ है, जिसे XE कहा जा रहा है।

    XE वेरिएंट को लेकर WHO की चेतावनी

    विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना के इस नए XE वेरिएंट को लेकर चेतावनी दी है। डब्लूएचओ ने कहा कि XE वेरिएंट के बारे में पहली बार ब्रिटेन  में 19 जनवरी को पता चला था। 

    XE वायरस कितना घातक है?

    दुनिया के कई देशों में कोरोना की चौथी लहर की स्थिति बनी हुई है। चीन में भी कोरोना के चलते लॉकडाउन लगाया गया है। इस नए वेरिएंट  के चलते भारत पर भी अब इसका खतरा मंडरा रहा है।

    क्या है इसके लक्षण?

    इस नए वेरिएंट के कुछ नए लक्षण नहीं है। कोरोना संक्रमित व्यक्ति को बुखार, गले में खराश, गले में किच किच, कफ, सर्दी, स्किन में जलन और रंग का बदलना, पेट का प्रॉब्लम होते है। वहीं, इस वेरिएंट  में स्किन वाले लक्षण नए हैं।

    कोरोना वैक्सीन बीमारी की गंभीरता, अस्पताल पहुंचने की दर और मौत के जोखिम को कम करती है। वैज्ञानिक इस पर और रिसर्च कर रहे हैं।