K Kavitha
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नई दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली आबकारी नीति में कथित अनियमितता से संबंधित धनशोधन मामले में शनिवार को भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के. कविता से नौ घंटे पूछताछ की। उन्हें 16 मार्च को मामले में पूछताछ के लिए फिर बुलाया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने कहा कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की 44 वर्षीय बेटी कविता रात करीब आठ बजे एपीजे अब्दुल कलाम रोड स्थित एजेंसी के मुख्यालय से निकलीं। वह पूर्वाह्न करीब 11 बजे लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर तुगलक रोड स्थित अपने पिता के सरकारी आवास से ईडी कार्यालय पहुंची थीं।

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि ईडी कार्यालय में बिताए गए नौ घंटों के दौरान उनका सामना हैदराबाद के व्यवसायी अरुण रामचंद्रन पिल्लई के बयानों से कराया गया, जो इस मामले में गिरफ्तार आरोपी हैं। पिल्लई कथित रूप से कविता और इस मामले में आरोपी कुछ लोगों से करीबी संबंध रखते हैं। उन्होंने बताया कि धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत कविता का बयान दर्ज किया गया। इससे पहले, ईडी कार्यालय में भारी संख्या में दिल्ली पुलिस और केंद्रीय अर्द्धसैन्य बलों के कर्मियों को तैनात किया गया था।

बीआरएस नेता के समर्थकों ने एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर प्रदर्शन भी किया। कविता ने एजेंसी के कार्यालय में प्रवेश करने से पहले मुठ्ठी बंद करके हाथ ऊपर उठाया। बीआरएस की विधान परिषद की सदस्य के साथ उनके स्टाफ के कुछ सदस्य भी थे, जो बाहर रुक गये।

ईडी ने कविता को नौ मार्च को पेश होने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने लंबे समय से अटके महिला आरक्षण विधेयक को संसद के बजट सत्र में पारित कराने की मांग को लेकर शुक्रवार को यहां अनशन में शामिल होने के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के कारण नयी तारीख देने का अनुरोध किया था।

कविता ने हाल में यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और उन्होंने आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी नीत केंद्र सरकार ईडी का ‘इस्तेमाल’ कर रही है, क्योंकि भाजपा को तेलंगाना में ‘पिछले दरवाजे से प्रवेश’ नहीं मिल सका। पिल्लई 12 मार्च तक ईडी की हिरासत में हैं और उन्हें 13 मार्च को फिर से अदालत में पेश किया जाएगा।

पिल्लई ‘रॉबिन डिस्टिलरीज एलएलपी’ नामक कंपनी में साझेदार हैं। ईडी ने दावा किया कि यह कंपनी तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी एवं विधान परिषद सदस्य के. कविता और अन्य से जुड़े कथित शराब कार्टल ‘साउथ ग्रुप’ का प्रतिनिधित्व करती है। आरोप है कि ‘साउथ ग्रुप’ ने अब निरस्त कर दी गयी दिल्ली आबकारी नीति 2020-21 के तहत राष्ट्रीय राजधानी के बाजार में अधिक हिस्सेदारी हासिल करने के लिए आम आदमी पार्टी (आप) को करीब 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी।

कविता से इस मामले में पहले केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने भी पूछताछ की थी। ईडी ने इस मामले में अभी तक दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं आप नेता मनीष सिसोदिया समेत 12 लोगों को गिरफ्तार किया है।

आरोप है कि दिल्ली सरकार की शराब कारोबारियों को लाइसेंस देने के लिए 2021-22 की आबकारी नीति से उद्यमियों को सांठगांठ करने का अवसर दिया गया तथा कुछ डीलरों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया, जिन्होंने इसके लिए कथित तौर पर घूस दी।

बहरहाल, आम आदमी पार्टी (आप) ने इस आरोप का जोरदार खंडन किया है। बाद में यह नीति रद्द कर दी गयी और दिल्ली के उपराज्यपाल ने सीबीआई जांच की सिफारिश की, जिसके बाद ईडी ने पीएमएलए के तहत आरोपियों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया। (एजेंसी)