नई दिल्ली. जहां एक तरफ भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brijbhushan Sharan Singh) के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रहे रेसलर्स अब FIR दर्ज करने की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर के प्रदर्शन स्थल पर ही सुबह अपना अभ्यास और प्रशिक्षण सत्र आयोजित कर लिया।
वहीं इस बाबत ओलंपियन पहलवान बजरंग पुनिया (Bajrang Punia) ने कहा कि, “हम शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध कर रहे हैं और यहां ट्रेनिंग भी कर रहे हैं। देश की जनता ने हमें देश के लिए पदक जीतने की जिम्मेदारी दी है और हमें इसे पूरी तरह से निभाना है। पुलिस ने अभी तक FIR दर्ज नहीं की है। तो, पुलिस हमें विरोध करने या प्रशिक्षण देने से कैसे रोक सकती है?”
#WATCH | Wrestlers protesting at Delhi’s Jantar Mantar demanding an FIR against the WFI president hold their morning exercise and training session at the protest site pic.twitter.com/sRmf1YXPYo
— ANI (@ANI) April 26, 2023
गौरतलब है कि, जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों के समर्थन में हरियाणा की खाप पंचायतें 27 अप्रैल को दिल्ली पहुंचेंगी। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रहे रेसलर्स में शामिल बजरंग पूनिया ने खाप पंचायतों से साथ देने की अपील की थी।
इस पर पूनिया ने कहा था कि, “पिछली बार हमसे भूल हो गई थी। हम खिलाड़ी हैं, हमें राजनीति नहीं आती। आज हमें आपकी जरूरत है, हमारा साथ दें। इतने बड़े खिलाड़ी धरने पर हैं। अब कुछ नहीं हुआ, तो कभी नहीं होगा। हमारी बहन-बेटियों की लड़ाई में साथ आएं। ये लड़ाई एक बाहुबली के खिलाफ है।”
ऐसे में अब खाप पंचायतें एक्टिव हो गईं। मीटिंग होने लगी। फैसला हुआ कि जंतर-मंतर जाकर पहलवानों का भरपूर सपोर्ट होगा। कुछ पंचायतें अब भी बुलावे का इंतजार कर रही हैं। हालांकि पहलवानों के सपोर्ट पर सब की एकराय हैं।
BJP सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलकर बैठे पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। सिंह पर 7 पहलवानों ने सेक्शुअल हैरेसमेंट का आरोप लगाया है। प्रोटेस्ट कर रहे रेसलर सिंह के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग कर रहे हैं। उनकी याचिका पर 28 अप्रैल को सुनवाई होगी।
कोर्ट ने यौन शोषण का आरोप लगाने वाली लड़कियों के नाम ज्यूडिशियल रिकॉर्ड से हटाने के लिए कहा है, ताकि उनकी पहचान सामने न आए। कोर्ट ने कहा, ‘पहलवानों ने यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। इन पर विचार करने की जरूरत है।’