SpiceJet
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    नई दिल्ली: विमानन नियामक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने स्पाइसजेट (Spice Jet) को उसके ‘क्यू400′ विमानों के ‘इंजन ऑयल’ की जांच करने के सोमवार को निर्देश दिए। इससे कुछ दिन पहले कंपनी के एक विमान को, उसके केबिन में धुआं भरने के बाद आपात स्थिति में हैदराबाद हवाई अड्डे पर उतारना पड़ा था। डीजीसीए ने कंपनी को ‘ऑयल विटनेस’ के साक्ष्यों का पता लगाने के लिए ‘ब्लीड-ऑफ वॉल्व’ स्क्रीन का हर हफ्ते निरीक्षण करने का निर्देश दिया है।

    नियामक ने ‘क्यू400′ विमानों के इंजन का एक हफ्ते में ‘बोरोस्कोपिक‘ निरीक्षण करने का भी निर्देश दिया है। साथ में चुंबकीय चिप डिटेक्टर (एमसीडी) का तत्काल निरीक्षण करने और विश्लेषण के लिए हर 15 दिन में इंजन ऑयल का नमूना लेने समेत अन्य निर्देश दिए गए हैं। स्पाइसजेट के पास ‘क्यू400′ के 14 विमान हैं और उनमें 28 पीडब्ल्यू 150ए के इंजन लगे हैं। डीजीसीए के ये निर्देश ऐसे समय में आए हैं जब निमायक कंपनी पर पहले से नजर रख रहा है।

    दरअसल कुछ महीने पहले स्पाइसजेट के विमानों में कई बार तकनीकी खामियां आने की घटनाएं हुई थी जिनके बाद 27 जुलाई को डीजीसीए ने निर्देश दिया था कि कंपनी अपनी कुल क्षमता की, अधिकतम 50 फीसदी उड़ानों का ही संचालन कर सकती है। पिछले महीने इस प्रतिबंध को 29 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया था। नियामक ने सोमवार को एक बयान में कहा, “ डीजीसीए स्थिति पर करीब से निगाह रखे हुए है और किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए हर उचित कदम उठाएगा।”

    12 अक्टूबर को गोवा से आ रहे स्पाइसजेट की उड़ान के केबिन में धुआं भर गया था जिस वजह से विमान को आपात स्थिति में हैदराबाद हवाई अड्डे पर उतारा गया था। नियामक ने कंपनी से कहा है कि वह ‘इंजन ऑयल’ के नमूने ले और उन्हें ‘प्रैट एंड व्हिटनी कनाडा’ को भेजे। इसका मकसद यह पता लगाना है कि तेल में ‘धातु और कार्बन सील कणों की उपस्थिति’ है या नहीं।

    डीजीसीए ने कहा कि हैदराबाद की घटना के अलावा भी हाल फिलहाल में पीडब्ल्यूसी 150 इंजन लगे विमानों में इस तरह की घटना हुई थी जो मरम्मत के लिए ‘ स्टैन्डर्ड एरो सिंगापुर’ भेजे गए थे। उसने कहा कि स्पाइसजेट को निर्देश दिया गया है कि वह जांच पूरी होने तक किसी भी इंजन को ‘स्टैन्डर्ड एरो सिंगापुर’ न भेजे। (एजेंसी)