डॉक्टर्स ने कहा- डेल्टा की तुलना में ओमिक्रॉन कम खतरनाक, कुछ मरीजों को बुखार भी नहीं आया

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    नई दिल्ली. भारत (India) में ओमिक्रॉन (Omicron Variant) के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। यह वायरस डेल्टा (Delta Variant) की तुलना में कम से कम तीन गुना संक्रामक है। देश में ओमिक्रॉन के अब तक 216 मामले सामने आ चुके हैं। लेकिन इनमें से किसी में भी कोई गंभीर लक्षण नहीं देखे गए। ओमिक्रॉन मरीजों का इलाज कर रहे दो डॉक्टर्स के मुताबिक, कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रॉन कम खतरनाक है और कुछ मरीजों को बुखार भी नहीं आया है।

    दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल में सीनियर इंटरनल मेडिसिन डॉ. मनोज शर्मा (Dr Manoj Sharma) ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान कहा कि, “आम तौर पर गंभीरता के मामले में ओमिक्रॉन वैरिएंट डेल्टा वैरिएंट की तुलना में कम खतरनाक है। कुछ मरीजों को सर्दी हुई लेकिन उन्हें बुखार नहीं आया है। हालांकि यह शुरूआती चरण में सामान्य लक्षण है।”

    डॉ. मनोज शर्मा ने कहा, “दुनियाभर से मिले डेटा से यह पता चलता है कि गंभीर बीमारियों के मामले में ओमिक्रॉन ज्यादा घातक नहीं है। लेकिन जब यह वायरस स्वस्थ वयस्क आबादी को संक्रमित करना शुरू कर देगा तब वे बड़े व्यक्तियों को संक्रमित कर सकते हैं और तभी हमें बीमारी की गंभीरता का पता चल पाएगा।”

    उन्होंने कहा, “बड़ी उम्र की आबादी या पहले से किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोगों के लिए ओमिक्रॉन परेशानी का कारण बन सकता है।  हालांकि यह कहना जल्दबाजी होगी कि ओमिक्रॉन मरीज को ऑक्सीजन की आवश्यकता होगी या नहीं या वे गंभीर रूप से बीमार पड़ सकते हैं।”

    LNJP अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. सुरेश कुमार (Dr Suresh Kumar) ने कहा, “अगर किसी को बुखार है तो हम सिर्फ पेरासिटामोल टैबलेट दे रहे हैं। हमने अब तक 34 ओमिक्रॉन पॉजिटिव मरीजों का इलाज किया है और उनमें से अधिकांश मरीज एसिम्टोमैटिक हैं। जबकि, एक मरीज को हल्का बुखार था और एक ने शरीर में दर्द की शिकायत की थी। वहीं अन्य मरीजों में सर्दी जैसे लक्षण थे। हमने सिर्फ सिम्टोमैटिक उपचार दिया और किसी को भी स्टेरॉयड, ऑक्सीजन या एंटीवायरल की आवश्यकता नहीं है।”

    बता दें कि देश में 24 घंटे के भीतर केंद्र शासित प्रदेश समेत 3 राज्यों में ओमिक्रॉन के 16 नए मामले सामने आए हैं। इनमें महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 11 संक्रमित मिले हैं। जबकि जम्मू-कश्मीर में 3 मामले सामने आए हैं। वहीं ओडिशा में 2 नए मामले दर्ज किए गए हैं। हालांकि, चिंता की बात यह है कि देश में पहले 100 केस 15 दिनों में सामने आए थे। लेकिन 200 मामले होने में सिर्फ पांच दिन लगे।  

    उल्लेखनीय है कि ओमिक्रॉन ने अब तक केंद्र शासित प्रदेशों समेत 14 राज्यों में एंट्री ले ली है। देश में सबसे ज्यादा ओमिक्रॉन मामले महाराष्ट्र (65) में मिले हैं। जबकि दूसरे नंबर पर राजधानी दिल्ली है। दिल्ली में अब तक (54) मरीज मिल चुके हैं। वहीं तेलंगाना (20), कर्नाटक (19), राजस्थान (18), गुजरात (14), केरल (15), जम्मू-कश्मीर (3), उत्तर प्रदेश (2), ओडिशा (2), आंध्र प्रदेश (1), चंडीगढ़ (1), तमिलनाडु (1) और पश्चिम बंगाल में (1) ओमिक्रॉन केस मिला हैं।