पुणे: पुणे की एक विशेष अदालत ने पाकिस्तानी एजेंट को गोपनीय जानकारी मुहैया कराने के आरोप में गिरफ्तार डीआरडीओ के वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर (Pradeep Kurulkar) की न्यायिक हिरासत 14 दिनों के लिए बढ़ा दी है। कोर्ट ने मंगलवार को उन्हें 29 मई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
महाराष्ट्र पुलिस के आतंकवाद-रोधी दस्ते (ATS) ने 3 मई को गुप्त सूचना लीक करने के आरोप में पुणे में रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (DRDO) की एक प्रयोगशाला के निदेशक श्री कुरूलकर को गिरफ्तार किया था।
14 दिनों की न्यायिक हिरासत
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सुनवाई के दौरान डीआरडीओ के वैज्ञानिक ने कुछ दवाओं के लिए अनुरोध किया था क्योंकि उन्हें हाई ब्लड शुगर की समस्या है। साथ ही उन्होंने घर के खाने की मांग की थी। वहीं, अदालत ने उन्हें दवाइयां देने की अनुमति दी, लेकिन घर से भोजन पहुंचाने के उनके अनुरोध को अस्वीकार कर दिया। सुनवाई के बाद कोर्ट ने उन्हें अगले 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
व्हाट्सएप और वीडियो कॉल के माध्यम से एजेंट के संपर्क में
पिछले हफ्ते एटीएस के एक अधिकारी ने कहा था कि वैज्ञानिक कथित तौर पर व्हाट्सएप और वीडियो कॉल के माध्यम से “पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव” के एक एजेंट के संपर्क में था। उन्होंने यह भी कहा था कि यह हनीट्रैप का मामला है। वैज्ञानिक के गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया।
उन्होंने यह भी कहा कि डीआरडीओ के वैज्ञानिक ने एक राजनयिक पासपोर्ट पर पांच से छह देशों की यात्रा की थी। अभियोजन पक्ष जानना चाहता था कि उन यात्राओं के दौरान वह किससे मिले थे।