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    जम्मू कश्मीर: जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन के उपरांत विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरों पर है। पुनर्गठन के बाद यहां विधानसभा चुनाव पहली बार होने जा रहा है। जिसके लिए चुनाव आयोग ने मतदाता सूचियों की समीक्षा व अन्य तैयारियां शुरू कर दी हैं। नए परिसीमन के आधार पर अब सात विधानसभा जम्मू कश्मीर में बढाए गए हैं। अब कश्मीर संभाग में 46 से बढ़कर 47 विधानसभा हो गई हैं। वहीं जम्मू के पूरे क्षेत्रों में 37 विधानसभा सीट से यह संख्या बढ़कर अब 43 हो गई है। चुनाव आयोग के मुताबिक नई मतदाता सूची का प्रथम प्रकाशन 31 अगस्त तक पूरा हो जाएगा। जिसके बाद मतदाताओं को आपत्तियां एवं सुझाव देने का पूरा अवसर प्रदान किया जाएगा।

    गौरतलब है कि, नई दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार राय और चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय ने मीडिया को जानकारी देते हुए यह बताया कि, हमने जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर संबंधित राज्य अधिकारियों के साथ बैठक कर ली है। 2022 के अक्टूबर से नवंबर के बीच जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव करने की हमरी पूरी तैयारी चल रही है। इन राज्यों के लिए गठित परिसीमन आयोग पांच मई को ही अपनी परिसीमन की रिपोर्ट सौंप चुका है। हम अब विधानसभा की सीमाओं का पुनर्निर्धारण व वोटरों सूचियों के प्रकाशन की पूरी तैयारी में हैं। इसके बाद हमारा प्रयास है कि, जम्मू कश्मीर में व्यवस्थित ढंग से विधानसभा चुनाव समय से करवाएं जाएं।

    आपको बता दें कि, जम्मू कश्मीर में विधानसभा क्षेत्र बढने के बाद में अब कुल 114 विधानसभा क्षेत्र हैं। विधानसभा के 9 विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जनजाति और 7 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किए गए हैं। कुल सीटों में सिर्फ 90 सीटों के लिए चुनाव होना है। बाकी बचे 24 सीटें गुलाम कश्मीर के कोटे के होने के चलते इन्हें खाली रखा जाता है। चुनाव आयोग के अनुसार नागरिकों को मतदाता सूचियों में अपना नाम दर्ज कराने, अपना नाम हटवाने के लिए पर्याप्त संशोधन हेतु समय दिया जाएगा। जिससे राज्य का कोई भी नागरिक मतदान करने से वंचित न रह जाएं।