नई दिल्ली: कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने राहुल और सोनिया गांधी को 8 जून को समन भेज कर पूछताछ के लिए बुलाया है। कांग्रेस ने बुधवार को दावा किया कि नेशनल हेराल्ड (National Herald) मामले में धनशोधन के आरोप को लेकर उनकी अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की तरफ से आया नोटिस बेबुनीयाद है। यह पार्टी और उसका नेतृत्व डराने और झुकाने का प्रयास है। जिसमें वे कभी सफल नही होगें,कांग्रेस झुकने वाले नहीं है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Enforcement Directorate) ने आरोप लगाया कि देश को गुमराह करने के लिए कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ कायरतापूर्ण षड्यंत्र रचा जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा, मोदी सरकार बदले की भावना में अंधी हो गई है। इस बार उन्होंने एक बार नयी कायरना साजिश की है। अब प्रधानमंत्री मोदी जी ने कांग्रेस अध्यक्ष और राहुल को ईडी से नोटिस जारी करवाया है। जिससे साफ दिखाई देता है, कि तानाशाह डर गया है। सुरजेवाल ने आगे कहा, हम डरेंगे नहीं, झुकेंगे नहीं।
पार्टी प्रवक्ता और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनुसिंघवी ने कहा, यह एक बड़ी बीमारी है। यह बीमारी विरोधी दलों को निशाना बनाने की है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक विरोधी नेताओं के खिलाफ जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। सिंघवी ने कहा, इन्हीं चीजों को लेकर 2014-15 से कार्रवाई चल रही है। आज इन्हीं चीजों को लेकर ईडी को लाया गया है। ऐसे मामले में धनशोधन का आरोप लगाया जा रहा है जिसमें धन के लेनदेन की बात ही नहीं है। उन्होंने दावा किया कि प्रतिशोध की भावना के तहत जो आरोप लगाए जा रहे हैं, उसमें कोई दम नहीं है।
सिंघवी अपनी बात को आगे बढ़ते हुए कहा, कि 2015 में ED ने ये केस बंद कर दिया था। सत्तारूढ़ पार्टी को पसंद नहीं आया तो ED के अधिकारियों को हटाया, नए लोगों की बिठाया और अब सोनिया गांधी और राहुल गांधी को समन भेज रहे हैं। कुछ दिन पहले नोटिस जारी किया गया था। लेकिन हम पुरजोर तरीके से इसका सामना करेंगे। सोनिया 8 जून को पूछताछ के लिए जाएंगीं, अगर राहुल जी फ्री रहे तो वो भी जा सकते हैं, नहीं तो समय मांगा जा सकता है। कानूनी तौर पर हर वाजिब जवाब दिया जाएगा .(एजेंसी)