मुंबई: महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना (Shiv Sena) में उठी बगावत की सुनामी के बाद सियासी संकट गहरा गया है। एकनाथ शिंदे की गुट अपनी मांग को लेकर टस से मस नहीं हो रही है। दरअसल उनकी मांग है कि, मुख्यमंत्री पद से उद्धव ठाकरे स्तीफा दें और महा विकास अघाड़ी को छोड़े तो आगे बात होगी। वहीं दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे के गुट ने भी मोर्चा संभाल रखा है और किसी भी हाल में झुकने को तैयार नहीं है। दूसरी तरफ कांग्रेस और एनसीपी ठाकरे सरकार के समर्थन में पहले ही हुंकार भर रहे हैं। महाराष्ट्र राज्य में शिवसैनिक के बागी विधायकों के घर व दफ्तर पर चुन-चुन कर हमला कर तोड़फोड़ रहें हैं।
उद्धव ठाकरे-एकनाथ शिंदे की इस लड़ाई के बीच फिर से एकनाथ शिंदे की तरफ मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल और पुलिस महानिदेशक को लेटर लिखा गया है। पत्र में एकनाथ शिंदे ने 38 विधायकों के परिवार के सदस्यों की सुरक्षा वापस’ लिए जाने की बात कही है। उन्होंने लिखा 38 विधायकों के परिवार की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है। विधायकों के परिजनों को पूर्ण सुरक्षा दी जानी चाहिए।
गुवाहाटी से खेला
बता दें कि, असम के गुवाहाटी में रेडिसन ब्लू होटल में एकनाथ शिंदे के साथ 38 शिवसेना के और 9 निर्दलीय विधायक मौजूद हैं। इन कुल विधायकों की संख्या 47 हैं। महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर ने शिवसेना की 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने वाली अर्जी स्वीकार करने के बताया जा रहा है कि, इन विधायकों को नोटिस जारी किया जा सकता है। विधायकों को नोटिस मिलने के उपरांत कई विधायक मुंबई वापस लौट सकते हैं।