2016 से अब तक 170 विधायकों का कांग्रेस से हुआ मोहभंग, पांच राज्यों में सरकार गई

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    नई दिल्ली: चुनाव (Election) का समय आते ही नेताओं का दल बदल शुरू हो जाता है। कई टिकट नहीं मिलने से से पाला बदलते हैं, तो कई मंत्री पद की लालच में दूसरे दल में चले जाते हैं। नेताओं के इस तरह पार्टी छोड़ दूसरे पार्टी में शामिल होने को लेकर एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (Association for Democratic Reforms) ने अपनी एक रिपोर्ट जारी की है। जिसके अनुसार 2016-20 तक में कांग्रेस के 170 विधायक पार्टी छोड़ अन्य दलों में शामिल हो चुके हैं। इस दौरान कांग्रेस (Congress) ने पांच राज्यों में अपनी सरकार गवाई।

    पांच साल में सबसे ज्यादा दल बदल 

    रिपोर्ट के अनुसार, 2016 से लेकर 2020 तक में सबसे ज्यादा दल बदल हुआ है। इन पांच सालों में देश भर की राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के 405 विधायकों ने दूसरी पार्टी में शामिल हुए और फिर से चुनाव लड़ा। इन विधायकों में सबसे ज्यादा 185 विधायक भाजपा (BJP) में शामिल हुए हैं। वहीं 25 तेलंगाना राष्ट्र समिति (Telangana Rashtra samiti) और 28 कांग्रेस में शामिल हुए हैं। 

    विधायकों के साथ सांसदों ने भी बदले पाले

    रिपोर्ट में कहा गया कि, विधायकों के साथ सांसदों ने भी पाले बदले हैं। लोकसभा और राज्यसभा चुनाव के समय सांसदों ने भी पाला बदला है। 2019 के आम सभा चुनाव के समय पांच भाजपा सांसद अन्य दल में शामिल हुए थे। वहीं पिछले पांच साल में कांग्रेस के सात राज्यसभा सांसद दूसरे दल में शामिल हुए। वहीं 19 सांसद राज्यसभा सांसद दूसरे दल की टिकट पर चुनाव में गए।

    पांच राज्यों की गई सरकार

    विधायकों के दल बदल के वजह से पांच राज्यों की सरकार गिर चुकी है। जिसमें सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस को उठाना पड़ा है। 2016-20 के बीच कांग्रेस के हाथो से सरकार चली गई है। इन राज्यों में मध्य प्रदेश, गोवा, कर्नाटक, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश शामिल हैं।