नई दिल्ली: किसान आंदोलन (Farmers Protest) के सामने झुकते हुए केंद्र सरकार (Modi Govt) ने तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया। साथ ही तीनों कृषि कानून को रद्द करने वाला बिल भी लोकसभा और राज्यसभा से पास हो गया है। बावजूद इसके एमएसपी Law on MSP) पर कानून सहित किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाने को लेकर किसान अब भी आंदोलन स्थल से हटने के लिए तैयार नहीं हैं। खबरें सामने आ रही थी कि किसान बॉर्डर से अब घर वापसी करने लगे हैं।
वहीं किसानों के आंदोलन खत्म करने और बॉर्डर से वापस लौटने पर किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने मीडिया से बात की है। उन्होंने दोनों सवालों पर खुलकर जवाब दिया है। टिकैत ने कहा कि किसानों के घर वापसी की अफवाह फैलाई जा रही है। MSP और किसानों पर मुकदमा वापस किए बिना कोई किसान यहां से नहीं जाएगा। 4 दिसंबर को हमारी बैठक है।
किसानों के घर वापसी की अफवाह फैलाई जा रही है। MSP और किसानों पर मुकदमा वापस किए बिना कोई किसान यहां से नहीं जाएगा। 4 दिसंबर को हमारी बैठक है: किसान नेता राकेश टिकैत pic.twitter.com/KOsblUcjd7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 30, 2021
वहीं दूसरी तरफ आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री किसानों के मन से आशंका को दूर करना चाहते तो वे सदन में आकर बोलते कि अब ये काला क़ानून किसी भी स्वरूप में नहीं आएगा। चर्चा न करा के सरकार ने ये बताया है कि जब काला क़ानून पास किया था तब भी तानाशाही थी, जब इसको वापस लिया तब भी तानाशाही है।