
नई दिल्ली: कृषि कानूनों (Agriculture Bill) पर किसानों के आंदोलन (Farmer Protest) को 24 दिन हो गए हैं, लेकिन किसान अभी भी डटे हुए हैं। वह अपनी मांग से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। इसी बीच शनिवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar lal khattar) ने आंदोलन को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) से मुलाकात की है। बैठक से बाहर निकलने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि, “मामला को हल करने के लिए फिर से होगी किसानों से बात. दो-तीन दिन में निकले हल।“
खट्टर ने कहा, “मेरा मानना है कि अगले 2-3 दिनों में बात हो सकती है। इस मुद्दे (किसानों के विरोध) का हल चर्चा के माध्यम से मिलना चाहिए। मैंने कहा है कि इस मुद्दे को जल्द हल किया जाना चाहिए।” उन्होंने कहा, “किसान हमारे अपने हैं, एक समझ के साथ इस मुद्दे का हल निकले इस विषय पर काफी देर तक हमारी बातचीत रही। सरकार बातचीत के लिए हमेशा तैयार है।”
I believe that the talk could be held in the next 2-3 days. A solution to this issue (farmers’ protest) should be found through discussion. I have said that this issue should be resolved soon: Haryana CM Manohar Lal Khattar after meeting Union Agriculture Minister NS Tomar https://t.co/vfDtJq6EHW pic.twitter.com/EQjEhb5iUk
— ANI (@ANI) December 19, 2020
किसान सिंचाई की कमी से जूझ रहे
मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं पंजाब के किसानों से अपील करता हूं कि वे SYL (सतलुज यमुना लिंक) नहर मामले पर गंभीरता से विचार करें। हरियाणा के किसान सिंचाई की कमी से जूझ रहे हैं। मैंने इस मुद्दे को उठाया है। हम मांग करते हैं कि एसवाईएल नहर का निर्माण पूरा होना चाहिए।
नहीं तो समर्थन वापिस
वहीं एनडीए की सहयोगी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने कहा, “निश्चित रूप से तीनों कृषि कानून किसान विरोधी हैं। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री जी से हमने अपील भी की है। NDA गठबंधन में होने के नाते मैंने पत्र भी लिखा कि अगर आप इन्हें वापिस नहीं लेंगे तो हम NDA के समर्थन पर पुनर्विचार करेंगे।”