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    नयी दिल्ली. जहाँ बीते शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के तीनों कृषि कानूनों को रद्द (Farm Laws Cancellation) किए जाने के एलान किया।  वहीं आज और कल अब इस अहम् मुद्दे पर सिंघू बॉर्डर (Singhu Border) पर एक संयुक्‍त किसान मोर्चा की महत्वपूर्ण बैठक होगी।  इतना ही नहीं इस बैठक में 45 किसान संगठनों के नेता भी मौजूद रहेंगे।  

    बताया जा रहा है कि इस बैठक में अब कई मुद्दों पर चर्चा होगी और कुछ बड़े फैसले भी लिए जाएंगे।  इनमें MSP गारंटी, आंदोलन को खत्‍म करने और दिल्‍ली की सीमाओं से आंदोलन कर रहे किसानों के हटने का बड़ा मुद्दा भी शामिल है। 

    टिकैत का PM मोदी पर तंज

    गौरतलब है कि आज किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कृषि कानून निरस्तीकरण पर स्पष्टकरते हुए कहा है कि सिर्फ अभी सरकारी टीवी से ही घोषणा हुई है। इतना ही नहीं टिकैत का कहना था कि कल को अगर फिर बातचीत करनी पड़े तो किससे करेंगे? इसके साथ ही राकेश टिकैत ने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि, उन्हें इतना इतना मीठा भी नहीं होना चाहिए।

    उन्होंने आगे कहा कि, “इस आंदोलन में 750 किसान शहीद हुए, 10 हजार मुकदमे हैं।  अब इस पर बगैर बातचीत के कैसे चले जाएं।  को हमारे प्रधानमंत्री ने इतनी मीठी भाषा का उपयोग किया कि शहद को भी उन्होंने फेल कर दिया।  हलवाई को तो वैसे ततैया भी नहीं काटता। वह ऐसे ही बेचारी मक्खियों को उड़ाता रहता है।”

    बता दें कि बीते शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने पिछले करीब एक वर्ष से अधिक समय से विवादों में घिरे तीन कृषि कानूनों (Farm Laws) को वापस लिए जाने की घोषणा की थी और कहा था कि इसके लिए संसद के आगामी सत्र में विधेयक लाया जाएगा। दरअसल उनकी सरकार तीन नये कृषि कानून के फायदों को किसानों के एक वर्ग को तमाम प्रयासों के बावजूद समझाने में नाकाम रही है।