
नई दिल्ली: कृषि कानूनों (Agriculture Bill) को लेकर किसानों के आंदोलन (Farmer Protest) को 22 दिन हो गए हैं, लेकिन न तो किसान अपनी मांग से हट रहे हैं और ना ही सरकार (Central Government) ने कानून को वापस लेने से इनकार किया है। हालांकि, इस दौरान सरकार और किसानों के बीच छह दौर की बात हुई लेकिन उसमें कोई नतीजा नहीं निकला। चल रहे इस प्रदर्शन के बीच किसानों ने एक बार फिर सरकार से बातचीत करने की तैयारी दिखाई है, लेकिन उन्होंने साफ कह दिया है कि वह प्रदर्शन करना बंद नहीं करेंगे।”
बातचीत को लाइव दिखाया जाए
दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर बैठे किसान संगठनों के एक किसान नेता ने कहा, “हम बातचीत के और दौरों के लिए तैयार हैं। सरकार अब SC की मदद ले रही है, ताकि उनके अहंकार को चोट न पहुंचे। टेबल की बातचीत को लाइव दिखाया जाए।”
Delhi: Protesting farmers at Tikri border (Haryana-Delhi border) say they’re ready for more talks with govt but won’t give up protest.
“We’re ready for more rounds of talks. Govt is taking SC’s help now so their ego is not hurt. Table talks should be shown live,” says a farmer pic.twitter.com/ZUoDpzkut0
— ANI (@ANI) December 17, 2020
सुप्रीम कोर्ट इस मुद्दे को करे हल
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “हम अपनी पंचायत में भविष्य के कार्यों पर चर्चा करेंगे। हमने सड़कें अवरुद्ध नहीं की हैं, पुलिस द्वारा बेरिकेड्स लगाए गए हैं। SC सही है कि इस मुद्दे को जल्द हल किया जाना चाहिए। अगर हमें बुलाया जाएगा तो हम जाएंगे। सरकार संशोधन चाहती है जबकि हम चाहते हैं कि वे कृषि कानूनों को वापस ले।”
We’ll discuss future course of action in our Panchayat. We’ve not blocked roads, barricades have been put up by police. SC is right that issue should be resolved soon. We’ll go if we’re called. Govt wants amendments while we want them to take back Farm laws: Rakesh Tikait, BKU pic.twitter.com/w7qthhnoIH
— ANI (@ANI) December 17, 2020
भाजपा मुख्यालय में बुलाई बैठक
देश में चल रहे किसान आंदोलन को देखते हुए भाजपा ने अपने राष्ट्रीय महासचिवों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में सभी महासचिवों के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेल मंत्री पियूष गोयल भी शामिल थे।
Delhi: Union Home Minister Amit Shah leaves BJP headquarters after attending a meeting with party general secretaries on farmers’ agitation.
Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar & Union Commerce Minister Piyush Goyal were also present in the meet. https://t.co/is6Wrj4hcm pic.twitter.com/Zzj56qCVZ8
— ANI (@ANI) December 17, 2020