नई दिल्ली: कृषि कानूनों (Farm Bills) को लेकर देश में घमासान खत्म होने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। किसानों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। रविवार को यूपी (Uttar Pradesh)के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में किसान महापंचायत कर किसानों ने अपनी ताकत दिखाने का काम किया है। इस दौरान किसान नेताओं ने केंद्र पर जमकर हमला बोला है। इसी बीच अब ऐसा लग रहा है कि किसान महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) के बाद केंद्र के तेवर थोड़े नर्म पड़े हैं। दरअसल केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान (Union Minister Sanjeev Balyan) ने कहा कि किसानों से बातचीत शुरू हो और वास्तविक मुद्दों पर चर्चा हो।
केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि मामला राजनीतिक हो चुका है। अब वे (किसान) उत्तर प्रदेश और पंजाब में ही रैलियां करेंगे। हरियाणा में चुनाव नहीं हैं इसलिए वहां कम रैलियां होंगी। रैलियों में संसाधन दूसरी पार्टियां दे रही हैं। विपक्षी दल किसानों के कंधे का इस्तेमाल करना चाहते हैं।
संजीव बालियान की प्रतिक्रिया-
हम भी चाहते हैं किसानों से बातचीत शुरू हो और किसानों के वास्तविक मुद्दों पर सरकार के सामने चर्चा हो। कानून वापस लेने की बजाय जो संशोधन वे चाहते हैं, वो करवाना चाहिए। किसान 9 महीने से दिल्ली है। किसान यहां से कुछ न कुछ लेकर जाए, खाली हाथ न जाए: केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान https://t.co/7OMoTZW0vA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 7, 2021
उन्होंने कहा कि हम भी चाहते हैं किसानों से बातचीत शुरू हो और किसानों के वास्तविक मुद्दों पर सरकार के सामने चर्चा हो। कानून वापस लेने की बजाय जो संशोधन वे चाहते हैं, वो करवाना चाहिए। किसान 9 महीने से दिल्ली है। किसान यहां से कुछ न कुछ लेकर जाए, खाली हाथ न जाए।