Omicron in India
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    कोच्चि. भारत (India) में कोरोना वायरस (Coronavirus) का नया वैरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ (Omicron) लगातार चिंता बढ़ाते जा रहा है। महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, कर्नाटक और दिल्ली के बाद इस खतरनाक वायरस ने केरल में भी दस्तक दे दी है। यहां रविवार को ब्रिटेन से लौटे एक पुरुष यात्री में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है। साथ ही उनके संपर्क में आई उनकी पत्नी और माँ भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। इस बात की जानकारी राज्य की स्वास्थ्य मंत्री मंत्री वीना जॉर्ज ने दी है।

    स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा, “केरल के कोच्चि में ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया। संबंधित व्यक्ति 6 ​​दिसंबर को यूके से कोच्चि लौटा था। जिसके बाद उसकी 8 दिसंबर को कोविड-19 टेस्ट की गई जो पॉजिटिव पाई गई थी।” 

    जॉर्ज ने कहा, “उनके बगल में बैठे हाई रिस्क यात्रियों को सूचित कर दिया गया है। घबराने की जरूरत नहीं है, उनकी हालत स्थिर है। वहीं उनकी पत्नी और मां भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई। सभी को आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। आवश्यक सावधानियां बरती जा रही हैं।”

    स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यूके से आए मरीज की पत्नी और मां का सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए पुणे के लैब में भेज दिया गया है। वहीं इन लोगों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जा रहा है और उनकी कोरोना टेस्ट की जा रही है। केरल में आज कोरोना के कुल 3,777 नए मामले मिले हैं और 34 लोगों की मौत हुई है।

    ज्ञात हो कि, ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने राज्यों को जोखिम वाले देशों समेत अन्य देशों से आने वाले व्यक्तियों की निगरानी और उनकी कोरोना जांच का आदेश दिया है। जिसके बाद देश के सभी एयरपोर्ट्स पर विदेश यात्रा कर आने वाले सभी प्रवासियों की RT-PCR टेस्ट की जा रही है। इस दौरान कोई यात्री कोरोना पॉजिटिव मिला, तो उसका सैंपल पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु प्रयोगशाला में भेजा जा रहा है।

    गौरतलब है कि देश में अब तक 38 मामले मिल चुके हैं। जिसमें से सबसे ज्यादा 18 महाराष्ट्र, राजस्थान 9, गुजरात 3, कर्नाटक 3 राजधानी दिल्ली 2 और आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़ और केरल में एक-एक ओमिक्रॉन केस सामने आया हैं। सरकार कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर जोर दे रही है। जोखिम वाले देशों समेत अन्य देशों से आने वाले यात्रियों पर नजर रखी जा रही हैं।

    बता दें कि ओमिक्रॉन को लेकर जुटाए गए अभी तक की शुरुआती डेटा के मुताबिक, ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित मरीजों को बहुत अधिक थकान, गले में खराश, मांशपेशियों में दर्द जैसी समस्याएं आती हैं। इस वैरिएंट के लक्षण डेल्टा वैरिएंट से थोड़े अलग हैं। बड़ी बात ये है कि ओमिक्रॉन से संक्रमित व्यक्ति के स्वाद और गंध की क्षमता में कोई बदलाव नहीं देखा गया है। इसके साथ ही WHO ने ओमिक्रॉन को फिलहाल ‘वैरिएंट ऑफ कंसर्न’ (चिंताजनक) की कैटेगरी में डाला है। ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर अभी कुछ भी सही तरीके से स्पष्ट नहीं हुआ है।