नई दिल्ली/कोटा. कोटा के जे के लोन अस्पताल में बच्चों की मौत पर शनिवार को राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अपनी सरकार को कठघरे में खडा किया. बच्चो के मौत पर उन्होंने कहा की उनकी सरकार को और
नई दिल्ली/कोटा. कोटा के जे के लोन अस्पताल में बच्चों की मौत पर शनिवार को राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अपनी सरकार को कठघरे में खडा किया. बच्चो के मौत पर उन्होंने कहा की उनकी सरकार को और अधिक संवेदनशील होनी चाहिए थी। अस्पताल में भर्ती बच्चो के परिनाजो से मिलने के बाद उन्होंने यह बात कही.
ज्ञात हो कि, कोटा के जे जे अस्पताल में पिछले कुछ दिनों १०९ बच्चों की मौत होचुकी है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट स्थिति जायजा लेने के लिए अस्पताल पहुचे थे. अस्पताल से निकलने के बाद संवाददाताओ से बात करते हुए पायलट ने कहा, " यह कोई छोटी सी घटना नहीं थी और पूरे मामले में सरकार को जिम्मेदारी तय करनी चाहिए थी।"
उन्होंने कहा,"मुझे लगता है कि इस पर हमारी प्रतिक्रिया अधिक संवेदनशील हो सकती थी। 13 महीने तक सत्ता में रहने के बाद पिछली सरकार को दोष देने का कोई उद्देश्य नहीं है। जवाबदेही तय होनी चाहिए।
गौरतलब है कि, रहस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विपक्ष पर इस मुद्दे को लेकर राजनिति करने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था, भाजपा सीएए मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए इस मुद्दे को उठा रही है. वही कई साल से अस्पताल में तीन चार बच्चों की मौत हो रही है.
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा था कि, " पिछले 6 साल में इस बार सबसे कम मौत हुई है. बीजेपी शासन के दौरान 1 साल में 1600 से ज्यादा बच्चों की मौतें होती थीं, जिसे हम कम करके 900 के आंकड़े पर ले आए हैं."