RAJYASABHA
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    नई दिल्ली: राज्य सभा में केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashvini Vaishnav) के साथ तृणमूल सांसदों (Trinamool Congress) द्वारा किए बदसलूखी पर केंद्र सरकार बेहद सख्त हो गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सरकार राज्यसभा (Rajyasabha) में टीएमसी सांसदों के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव (Privilege Motion) लाएगी। 

    सूत्रों के अनुसार, सरकार ने राज्यसभा अध्यक्ष से टीएमसी सांसद शांतनु सेन को आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ दुर्व्यवहार करने के लिए निलंबित करने का अनुरोध भी करेगी। 

    ज्ञात हो कि, गुरुवार को राज्यसभा में पेगासस स्पाइवेयर मामले पर विपक्षी दलों ने खूब हंगामा किया। सूचना और प्रसारण मंत्री जैसे ही इस मामले पर बयान देने के लिए खड़े हुए तो तृणमूल सांसदों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। सभी सांसद वेळ में आगए और नरजे बाजी करने लगे। इसी दौरान कुछ तृणमूल सांसद जिसमें शांतनु सेन, डेरक ओब्रायन शामिल थे उन्होंने मंत्री के हाथ से बयान की कॉपी छीनली और उसे फाड़ दिया। 

    यह बेहद शर्मनाक 

    सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने टीएमसी सांसदों की निंदा करते हुए कहा, “अगर संसद में हंगामा हो रहा है तो यह दुखद है। अगर कोविड के समय में भी कुछ राजनीति करना चाहते हैं और मुद्दों पर चर्चा में शामिल नहीं होना चाहते हैं, तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है। बयान दिया जा रहा है तो कागज फाड़ना शर्मनाक है।” 

    विरोधियों को मारने वाले कुछ भी कर सकते हैं 

    आईटी मंत्री से पेपर छीनने पर बंगाल से भाजपा सांसद महेश पोद्दार ने तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा, “जब वे बंगाल में अपने विरोधियों को मार सकते हैं और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार कर सकते हैं, तो वे कुछ भी कर सकते हैं। आज उन्होंने कागज छीन लिया और फाड़ दिया, कल कपड़े फाड़ दो तो कोई आश्चर्य नहीं होगा। मैं इसकी निंदा करता हूं।”