नई दिल्ली: यूक्रेन में फंसे छात्रों द्वारा पहले कोई व्यवस्था नहीं करने के आरोपी पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जवाब दिया है। बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, “भारत सरकार ने 15 फरवरी को एडवाइजरी जारी की, उसके बाद हमने दो और एडवाइजरी जारी की। युद्ध छिड़ने से पहले 4,000 लोग आए, और अधिक आ सकते थे। न तो छात्रों ने एडवाइजरी को गंभीरता से लिया और न ही उनके विश्वविद्यालयों ने उन्हें यूक्रेन छोड़ने की अनुमति दी।”
GoI issued advisory on 15th Feb, thereafter we issued two more advisories. 4,000 people came before war broke out, more could have come. Neither students took advisory seriously nor their universities permitted them to leave Ukraine: Union min Piyush Goyal on #OperationGanga pic.twitter.com/j7UAXPFxcc
— ANI (@ANI) March 9, 2022
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “कई देश यूक्रेन से नागरिकों को निकालने में विफल रहे। भारत ने अभी भी पड़ोसी देशों के माध्यम से अपने नागरिकों को निकाला और लोग अपने पालतू जानवरों को भी वापस लाए। हमने नेपाल, पाकिस्तान और बांग्लादेश से भी नागरिकों को निकाला।”
उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने यूक्रेन में फंसे 18.5 हजार छात्रों के परिवारों से संपर्क किया। उन्होंने परिवार के सदस्यों से मुलाकात की और केंद्र सरकार को अपनी शिकायत भेजी।”
Our party's workers approached families of 18.5 thousand students who were stranded in Ukraine. They met the family members and sent their grievances to the central government: Union minister Piyush Goyal pic.twitter.com/yA4L7hNvap
— ANI (@ANI) March 9, 2022
कांग्रेस ने जनता को किया गुमराह
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए गोयल ने कहा, “दुर्भाग्य से, कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दल यूक्रेन में फंसे लोगों के परिवारों की मदद करने के बजाय गलत सूचना फैला रहे थे और लोगों को गुमराह कर रहे थे, जबकि पीएम मोदी यूक्रेन में फंसे भारतीयों के बारे में लगातार चिंतित थे।”