Malvinder

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नयी दिल्ली. दिल्ली उच्च न्यायालय ने रैनबैक्सी के पूर्व प्रवर्तक मलविंदर मोहन सिंह और शिविंदर मोहन सिंह से फोर्टिस हेल्थेकयर और रेलिगेयर ट्रेडमार्क बेचने की दायची सांक्यो की याचिका पर जवाब दाखिल करने के लिए कहा है। जापान की दायची इसके माध्यम से उसकी बकाया राशि को वसूलना चाहती है।

उच्च न्यायालय ने 28 जुलाई तक रेलिगेयर ट्रेडकमार्क मामले पर यथास्थिति बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। जापान की दवा कंपनी दायची ने उच्च न्यायालय में सिंगापुर की एक मध्यस्थता अदालत के उसके पक्ष में आए 3,500 करोड़ रुपये भुगतान के फैसले को अमल में लाने के लिए एक याचिका दायर की थी।

न्यायमूर्ति रेखा पल्ली ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इस मामले की सुनवायी की। उन्होंने सिंह बंधु और अन्य को नोटिस जारी कर दायची की याचिका पर जवाब देने का निर्देश दिया है। साथ ही मेसर्स एलाइव इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड पर रेलिगेयर के ट्रेडमार्क में किसी तीसरे को पक्षकार बनाने, एलिव इंफोटेक में आरएचसी होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड की शेयरधारिता को हथियाने से रोक लगा दी। (एजेंसी)