नई दिल्ली. जहां एक तरफ हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में इस समय बारिश और लैंडस्लाइड ने कहर बरपाया हुआ है। वहीं इन सबके बीच इस कठिन समय में राजनीतिक घमासान भी अपने उफान पर है। दरअसल आज हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और सुक्खू सरकार द्वारा चलाए जा रहे बचाव अभियान को नाकाफी बताया।
#WATCH | Himachal Pradesh | Panchayat and Nagar Panchayat have been affected due to the rain. I have come here to monitor the situation. What I can see is that the loss is huge for which the recovery is very difficult. Big houses have been destroyed and people have been rendered… https://t.co/Av1JsTOMQE pic.twitter.com/3eP2M9FBO7
— ANI (@ANI) July 13, 2023
इस बाबत आज हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बचाव अभियान का जायजा लेते हुए कहा कि, “बारिश के कारण भूंतर में बहुत नुकसान हुआ है। नुकसान इतना ज्यादा है कि इसकी भरपाई करना बहुत कठिन है। कई लोग बेघर हुए है। यहां ब्यास और पार्वती नदी मिलती है जिसके कराण मुख्य नुकसान हुआ है। मैं इन विषयों को प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के समक्ष रखूंगा। मुझे संतुष्टि है कि क्रेंद्र सरकार की तरफ से पूरी मदद की गई है।आज मुझे केंद्रीय गृह मंत्री से मिलने का समय मिला है, मैं उनके सामने ये सारी बातें रखूंगा।”
लेकिन इसके साथ ही उन्होंने सुक्खू सरकार द्वारा चलाए जा रहे बचाव अभियान पर तंज कसते हुए कहा कि, ” फिलहाल बचाव अभियान बहुत धीमा है। राज्य सरकार स्थिति को ऐसे हल्के में नहीं ले सकती, यह सामान्य स्थिति नहीं है। बचाव अभियान तुरंत और बड़े पैमाने पर चलाया जाना चाहिए। अधिकारी प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचने में सक्षम नहीं हैं और न ही कोई ऐसा तंत्र है। नुकसान का अनुमान भी अभी तक नहीं लगाया जा सका है। यह चिंता का विषय है।”
#WATCH | Himachal Pradesh | “The rescue operations are very slow. The situation cannot be taken lightly, it is not a normal situation. The rescue operations should be carried out immediately and on a grand scale. The officials have not been able to reach affected areas and a… pic.twitter.com/RJCnHZXPVT
— ANI (@ANI) July 13, 2023
गौरतलब है कि, हिमाचल में तीन दशक के दौरान कभी भी चार दिन के अंदर-अंदर इतनी बारिश नहीं हुई। जहां इसके पहले देखा गया कि, प्रदेश में 6 से 12 जुलाई तक 58।4 मिलीमीटर (MM) बारिश होती है। मगर इस बार यह 242।7 MM बारिश हुई है। जो नॉर्मल से 316% ज्यादा है। यानी जितनी बारिश पूरे जुलाई महीने में होती है, उतने बरसात यहां सिर्फ 7 दिन में ही हो चुकी है।