
भोपाल/नई दिल्ली: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव 2023 में होने हैं। ये राज्य मिजोरम, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश हैं। उधर विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोलने को तैयार है। इस बीच सवाल ये उठता है कि क्या ये विपक्षी दल राज्य चुनावों में भी एक साथ चुनाव लड़ेंगे? इस समीकरण को MP विधानसभा चुनाव से समझते हैं।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सपा और बसपा ने उतारे अपने-अपने उम्मीदवार
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Elections) की तारीखों की घोषणा जल्द हो सकती है। बीजेपी और कांग्रेस के साथ-साथ एमपी विधानसभा चुनाव में बसपा और क्षेत्रीय पार्टी समाजवादी पार्टी ने अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। समाजवादी पार्टी I.N.D.I.A का हिस्सा भी है। एमपी विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि ये गठबंधन राज्य स्तर पर चुनाव के लिए मजबूत नहीं है। I.N.D.I.A केंद्रीय स्तरीय है। ये सिर्फ 2024 लोकसभा चुनाव के लिए है।
छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है। एमपी में अगर उलटफेर न हुआ तो आज यहां भी कांग्रेस की सरकार होती। लिहाजा एमपी में कांग्रेस की स्थिति मजबूत देखी जा रही है। लेकिन सपा के कंडीटेट उतरने से समीकरण गड़बड़ होते नजर आ रहा है। ऐसे में एमपी में अगर I.N.D.I.A चुनाव नहीं लड़ती तो माना जा रहा है कि इसका नुकसान कांग्रेस को ही होगा। सपा के उम्मीदवार भी अच्छे स्थिति में हैं। वे जीते भले न लेकिन कांग्रेस को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
AAP और सपा का MP के कुछ क्षेत्रों में स्थिति मजबूत
बताया जा रहा है कि I.N.D.I.A के घटक आप और सपा का एमपी के कुछ क्षेत्रों में अच्छी पकड़ है। उनकी स्थिति मजबूत है। विंध्य क्षेत्र में आप यानी आम आदमी पार्टी के पास एक मेयर और कुछ पार्षद हैं। इसके अलावा यूपी के सीमा से सटे जिलों में सपा का वर्चस्व है। अब ऐसे में एमपी में I.N.D.I.A तो कांग्रेस के लिए मजबूरी बन गई है। अब देखना होगा कि कांग्रेस क्या करती है। राज्य चुनावों में I.N.D.I.A का स्वागत करती है या फिर अकेले ही दमखम दिखाएगी।