नई दिल्ली: असम में बाढ़ से त्राहिमाम मचा है। जहां देखो सिर्फ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। बाढ़ के पानी में डूबे गांव के गांव और चारों तरफ तवाही का मंजर हर तरफ दिख रहा है। लोग रोते बिलखते- अपनों को बचाने के प्रायस में जुटे हैं। असम में भूस्खलन और बाढ़ से लगभग 26 से अधिक जिलों में करीब 22 लाख से अधिक लोग प्रभावित हो चुके हैं। खबर के अनुसार बाढ़ में और 5 लोगों की मौत के साथ अबतक करीब 126 लोगों की मौत हो गई है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) के जानकारी के मुताबिक बारपेटा, कछार, दर्रांग, करीमगंज व मोरीगांव जिलों के विभिन्न स्थानों पर 4 बच्चों के डूबने की जानकारी सामने आई है। इसके अलावा अब भी कई लोग लापता हैं। असम के बाढ़ से लगभग 22,21,500 से अधिक लोग के प्रभावित होने की जानकारी सामने आई है।
आपको बता दें कि, पड़ोसी मुल्क भूटान से असम की नदियों में बड़ी मात्रा में बाढ़ का पानी आ रहा है। जिसके चलते असम की नदियों में भीषण बाढ़ आया है। जानकारी के अनुसार बारपेटा में सबसे ज्यादा करीब 7 लाख तो नगांव में 5.13 लाख और कछार में 2.77 लाख लोग बुरी तरह प्रभावित हुएं हैं। अब तक असम में 5000 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
असम में बाढ़ से निपटने के लिए शासन-प्रशासन लगातार युद्ध स्तर पर राहत बचाव कार्य कर रही है। असम के बाढ़ में अर्द्धसैन्य बल, सेना, एनडीआरएफ, नागरिक प्रशासन, प्रशिक्षित स्वयंसेवक, दमकल सहित आपात सेवा के कर्मियों व स्थानीय लोगों के साथ पिछले 24 घंटे में अलग-अलग इलाकों से करीब 1,912 लोगों को बचा लिया गया है। पिछले दिनों 30 जिलों में 25 लाख से अधिक लोगों के प्रभावित होने की खबर सामने आई थी।
गौरतलब है असम के इस बाढ़ में बालाजी, बक्सा, बारपेटा, कछार, चिरांग, दर्रांग, धेमाजी, धुबरी, डिब्रुगढ़, गोलपाड़ा, गोलाघाट, हैलाकांडी, नलबाड़ी, सोनितपुर आदि इलाके अधिक बाढ़ से प्रभावित हैं। एएसडीएमए के जानकारी के अनुसार अभी 2,542 गांव अधिक जलमग्न हैं। इन क्षेत्रों में करीब 74,706.77 एकड़ कृषि का नुकसान हुआ है। इसके अलावा 23 जिलों में 682 राहत शिविर और वितरण केंद्र चलाया जा रहा है।इन राहत शिविरों में करीब 2,17,413 से अधिक लोगों ने शरण ली है।