bjp-congress
File Photo

    Loading

    नई दिल्ली: भारत में राजनीतिक पार्टियों के लिए चंदा बहुत ही महत्वपूर्ण भाग माना जाता है। क्योंकि इन्ही चंदों के रुपयों के बलबूते पार्टिंयां सत्ता की सीढी चढ़ती दिखाई देती हैं। चुनाव आयोग ने पार्टियों को मिले वित्तीय वर्ष 2020 से 2021 तक के चंदे का लेखा जोखा सार्वजनिक रूप से पेश किया है। जिसमें भाजपा 477 करोड़ रूपये चंदा प्राप्त कर देश की सबसे धनवान पार्टी साबित हुई है। तो वहीं बीजेपी के चंदे की तुलना में कांग्रेस सिर्फ 74 करोड़ ही प्राप्त कर सकी है। कांग्रेस को मिला चंदा भाजपा की तुलना में सिर्फ 15 प्रतिशत तक ही है। कांग्रेस पार्टी से करीब 6 गुना अधिक चंदा पाकर बीजेपी देश की सबसे धनवान पार्टी बन चुकी है। 

    गौरतलब है बीजेपी के 2014 में सत्ता पर काबिज होते ही कांग्रेस उनके चंदे को लेकर लगातार सवाल उठती रही है। बीजेपी ने अपने 2020 से 2021 तक के चंदे का लेखाजोखा चुनाव आयोग को सौंपा था। चुनाव आयोग की रिपोर्ट आने का सबको इंतजार था। बीते मंगलवार को चुनाव आयोग की रिपोर्ट में बीजेपी को व्यक्तियों व संस्थाओं सहित अन्य माध्यम से कुल 477 करोड़ 54 लाख 50 हजार 77 रूपये मिले। जबकि कांग्रेस को 74,50,49,731 रूपये तक का ही चंदा मिला है।

    इसके पहले बीजेपी ने 2019 से 2020 के वित्तीय वर्ष में कुल चल-अचल सम्पत्ति को मिलाकर 4847 करोड़ तक बताई थी। दूसरी तरफ कांग्रेस ने इसी वित्तीय वर्ष में अपनी कुल सम्पत्ति 588.16 करोड़ तक बताई थी। अब देखना है धनवान पार्टी के इस होड़ में भविष्य में और किस पार्टी को कितना चंदा मिलता है। सबसे अधिक धनवान पार्टी की इस श्रेणी में आखिर बीजेपी कब तक प्रथम स्थान पर बनी रहती है। या फिर किस पार्टी को भविष्य में कितना राजनितिक चंदा मिलता है, यह देखने योग्य होगा।