महाराष्ट्र: राज्यसभा चुनाव के खत्म होते ही महाराष्ट्र में विधान परिषद का चुनावी माहौल परवान चढ़ चुका है। पक्ष-विपक्ष सभी पार्टियां अपने जीत का दंभ भर रही हैं। महाराष्ट्र राज्यसभा चुनाव में छठी सीट की तरह इस एमएलसी चुनाव में निर्दलीय विधायक ही पार्टियों की नैया पार लगाएंगे।जिसके लिए शिवसेना, बीजेपी सहित अन्य दल विधायकों को मनाने और पांच सितारा होटले में छुपाने लगी है। महाराष्ट्र एमएलसी चुनाव के लिए 11 उम्मीदवार मैदान में उतरें हैं। खबर के अनुसार, सेंधमारी के डर से जहां एकतरफ शिवसेना ने अपने विधायकों को होटल में शिफ्ट कर दिया है तो, वहीं बीजेपी ने भी अपने विधायकों होटल में रुका कर निर्दलीय विधायकों के साथ तालमेल की प्रक्रिया तेज कर दी है।
गौरतलब है कि, विधान परिषद (MLC) की 10 सीटों के लिए मतदान सोमवार अर्थात 20 जून को होगा। अब तक इस चुनाव में कुल 11 प्रत्याशी चुनावी अखाड़े में अपना किस्मत आजमा रहे हैं। बीजेपी और महाविकास अघाड़ी लगातार अपने नेताओं के साथ बैठक करके जीत की भूमिका बनाने में जी-जान से जुटी है। इस चुनाव में सबसे काटें की टक्कर कांग्रेस के भाई जगताप और बीजेपी के प्रसाद लाड के बीच बताई जा रही है।
कांग्रेस को यह सीट जितने के लिए जहां सिर्फ 10 सीटों की आवश्यकता है। तो वहीं बीजेपी के प्रसाद लाड को कांग्रेस के प्रत्याशी से डबल से अधिक करीब 22 सींट चाहिए। ऐसे स्थिति में निर्दलीय व छोटे दल के विधायक की भूमिका बहुत ही अहम हो चुकी है।
खबर की माने तो जहां बीजेपी के विधायकों का डेरा ताज प्रेसिडेंसी में सजा है तो, वहीं दूसरी तरफ शिवसेना के विधायक पवई स्थित वेस्टइन होटल में मंत्री आदित्य ठाकरे के साथ उपस्थित हैं। इस चुनाव में बीजेपी के 5 प्रत्याशीयों में श्रीकांत भारतीय, प्रवीन दरेकर, उमा खापरे, प्रसाद लाड तथा राम शिंदें हैं तो, वहीं दूसरी तरफ महाविकास अघाड़ी में 2 शिवसेना, 2 एनसीपी व 2 कांग्रेस के उम्मीदवार मैदान में उतरें हैं। इस तरह कुल 11 उम्मीदवार मैदान में हैं।
गौरतलब हैकि, महाराष्ट्र एमएलसी चुनाव में प्रत्याशियों को चुनाव में विजय प्राप्त करने के लिए करीब 27 वोटों की आवश्यकता होती है। इस संख्या के गणित में महाविकास अघाड़ी में शिवसेना और एनसीपी अपने सभी 2 उम्मीदवारों को और कांग्रेस 1 प्रत्याशी को आसानी जितवाने में सफल हो जाएगी। लेकिन कांग्रेस को अपने उम्मीदवार भाई जगताप को जितवाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ेगी। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के 4 उम्मीदवारों के पास संख्या बल पूर्ण बताई जा रही है, लेकिन प्रसाद लाड की 1 सीट के लिए 22 वोटों की कमी पड़ रही है। जिसके चलते अब दोनों दल छोटे पार्टी और निर्दलीय विधायकों को मनाने में जुटें हैं।
आपको बता दें कि, शिवसेना के 55 कांग्रेस के 44 तथा एनसीपी 51, AIMIM के 2 और सपा-पीजीपी के 2-2 विधायक को मिलाकर महाविकास अघाड़ी के पास कुल 169 विधायकों का समर्थन हो गया है। जबकी भाजपा के 106 और 7 निर्दलीय मिलाकर बीजेपी के पास कुल 113 विधायकों का समर्थन है। अब किस पार्टी के कितने MLC बनते हैं, इसका सबको इंतजार रहेगा।