नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बृहस्पतिवार को कहा कि केंद्र के घर-घर कोविड टीकाकरण अभियान ‘हर घर दस्तक’ के चलते 30 नवंबर तक पहली खुराक लेने के मामले में 5.9 प्रतिशत जबकि दूसरी खुराक लेने के मामले में 11.7 प्रतिशत वृद्धि हुई। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों और एनएचएम मिशन निदेशकों के साथ अभियान के तहत हुई प्रगति की समीक्षा करते हुए उनके प्रदर्शन की सराहना की।
तीन नवंबर को शुरू किए गए ‘हर घर दस्तक’ अभियान का उद्देश्य सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में घर-घर जाकर सभी पात्र लाभार्थियों को जागरुक करना, एकत्रित करना तथा टीका लगाना है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान के अनुसार इस बात पर प्रकाश डाला गया कि अभियान ने टीकाकरण की गति को बढ़ा दिया है, लेकिन लगभग 12 करोड़ लाभार्थियों ने अब भी दूसरी खुराक नहीं ली है। एक अनंतिम रिपोर्ट के अनुसार देश में अब तक कोविड-19 की 125 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं। इसमें से 79.13 करोड़ (84.3 प्रतिशत) लाभार्थियों को पहली खुराक और 45.82 करोड़ (49 प्रतिशत) को दूसरी खुराक दी गई है।
बयान में कहा गया है, ”राज्यों को सभी पात्र लाभार्थियों को पहली खुराक देने, अगस्त और सितंबर में दी गई खुराक के संदर्भ में लक्षित योजना तैयार करने की सलाह दी गई ताकि टीकाकरण की गति में तेजी से वृद्धि करके सभी लाभार्थियों को दूसरी खुराक दी जा सके।” उन्हें यह सुनिश्चित करने की भी सलाह दी गई कि राज्यों के पास उपलब्ध टीके की खुराक का समय पर इस्तेमाल किया जाएगा।
बयान में कहा गया है कि शुरू में जायकोव-डी टीके का इस्तेमाल करने वाले बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, पंजाब, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल ऐसे जिलों की पहचान कर सकते हैं, जहां अभी तक बड़ी संख्या में लोगों ने टीके की पहली खुराक नहीं ली है।