Indian economy will decline by 10.3 percent in 2020, will rise by 8.8 percent in 2021: IMF

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    नई दिल्ली: देश की आर्थिक वृद्धि दर और अन्य आर्थिक संकेतकों का हवाला देते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बुधवार को दावा किया कि देश में कोरोना महामारी आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा लिए गए फैसलों का ही परिणाम है कि भारत आज वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक ‘‘ब्राइट स्पॉट” के रूप में उभर रहा है।

    भाजपा प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम ने कहा कि कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया और भारतीय अर्थव्यवस्था भी इससे अछूती नहीं रही लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन, कुशल नेतृत्व और दृढ़ फैसलों के कारण भारत की अर्थव्यवस्था आज मजबूती से आगे बढ़ रही है।

    उन्होंने कहा, ‘‘आज भारत का औद्योगिक क्षेत्र 6.3 प्रतिशत की गति से आगे बढ़ रहा है। विनिर्माण क्षेत्र 7.5 प्रतिशत की गति से आगे बढ़ रहा है और सेवा क्षेत्र बहुत मजबूती के साथ 10.2 प्रतिशत की गति से आगे बढ़ रहा है।” ज्ञात हो कि देश की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष 2021-22 की दूसरी तिमाही में 8.4 प्रतिशत रही। इसके साथ ही वृद्धि दर कोविड-पूर्व स्तर को पार कर गयी। उम्मीद से बेहतर वृद्धि दर के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था इस साल प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज वृद्धि हासिल करने के रास्ते पर है।   

      मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार जुलाई-सितंबर तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर पहली तिमाही की 20.1 प्रतिशत वृद्धि दर की तुलना में धीमी पड़ी है। हालांकि यह पिछले साल की समान अवधि में दर्ज 7.4 प्रतिशत की गिरावट के मुकाबले बेहतर ही है। 

    इस्लाम ने कहा, ‘‘आर्थिक गतिविधियां, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के आंकड़ें और अन्य विभिन्न संकेतक सर्वकालिक उच्च स्तर पर हैं। यह सब बहुत ही सकारात्मक संकेत हैं और दर्शाते हैं कि आत्मनिर्भर पैकेज से देश को बहुत मदद मिली है। इससे आने वाले दिनों में रोजगार के अवसर पैदा होंगे ओर भावी पीढ़ी को मदद मिलेगी।”

    महंगाई के मुद्दे पर सरकार की आलोचनाओं को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले सात सालों से केंद्र की भाजपा सरकार के दौरान उपभोक्ता मूल्य सूचकांक औसत चार प्रतिशत से भी नीचे रहा है जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के दौरान यह दहाई अंकों में था।  उन्होंने कहा कि कुछ सब्जियों व खाद्य पदार्थों की कीमतें मौसमी कारकों से बढ़ी होंगी लेकिन अब वह नीचे आ रही हैं।