नई दिल्ली/जयपुर. जयपुर (Jaipur0 से मिल एक खबर के अनुसार, यहां अब पुलिस की बर्बरता का नया मामला सामने आया है। दरअसल रात 3 बजे पुलवामा (Pulwama) के 3 शहीदों की विधवाओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। दरअसल अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहीं CRPF के 3 शहीदों की विधवाओं को अपनी हिरासत में ले लिया गया जबकि सांसद किरोड़ी लाल मीणा के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया।
रात 3 बजे किया गिरफ्तार
दरअसल देर रात 3 बजे के करीब धरना स्थल सिविल लाइंस से इन्हें गिरफ्तार किया गया है। सचिन पायलट के आवास के बाहर धरने पर ये लोग बैठी हुई थीं। सभी को जयपुर के सेज थाना ले जाने की भी खबर है। जानकारी दें कि 2019 के पुलवामा हमले में शहीद हुए राजस्थान के 3 जवानों की वीरांगनाओं ने अनुकंपा के आधार पर अपने रिश्तेदारों को नौकरी देने सहित अपनी सभी मांगों पर अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार से लिखित आश्वासन मांगा है।
11 दिनों से लगातार धरने पर
बता दें कि उक्त विधवा वीरांगनाएं बीते 11 दिनों से लगातार धरने पर बैठी हैं और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात को लेकर अड़ी हुई हैं। न तो वीरांगनाएं अपना धरना खत्म करने को तैयार हैं, और न ही CM अशोक गहलोत झुकने को राजी दिखाई दे रहे हैं। वहीं CM गहलोत ने साफ कर दिया है कि वीरांगनाओं की मांगें जायज नहीं हैं और उनको पूरा नहीं किया जा सकता।
वहीं बीते गुरुवार को वीरांगनाओं ने एक बार फिर CM गहलोत के आवास की तरफ जाने की कोशिश की तो उन्हें पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया गया। इस दौरान पुलिस और वीरांगनाओं के बीच में तीखी नोकझोक भी हुई।
क्या है मामला
पता हो कि पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए CRPF के 3 जवानों रोहिताश लांबा, हेमराज मीणा और जीतराम गुर्जर की विधवाएं बीते 10 दिनों से शहीदों की प्रतिमाएं लगाने, अनुकम्पा के आधार पर परिजनों की नियुक्ति, उनके गांवों में सड़कों का निर्माण सहित अन्य मांगों के लेकर BJP राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा के साथ अपना धरना प्रदर्शन कर रही हैं।