रांची : झारखंड सरकार (Jharkhand Government) की नई नियोजन नीति (New Employment Policy) के खिलाफ आज छात्रों (Students) ने विरोध प्रदर्शन (Protest) किया। विधानसभा का घेराव करने जा रहे छात्रों को रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। छात्रों ने विभिन्न मांगों को लेकर विधानसभा का घेराव करने की कोशिश की लेकिन पुलिस बल ने प्रदर्शनकारी छात्रों को ऐसा करने से रोक दिया। पुलिस और छात्रों के बीच झड़प हो गई। इस झड़प में कई छात्र और पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। प्रदर्शनकारी छात्रों पर पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ने और वहां मौजूद पुलिस कर्मियों पर पथराव करने का आरोप लगाया गया है।
ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार ने नई योजना नीति लेकर आई है। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि सरकार द्वारा लाई गई नई रोजगार नीति में प्रदेश में नौकरियों की भर्ती के लिए 60-40 का अनुपात लागू किया गया है। यानी 60 फीसदी पदों पर राज्य के मूल निवासियों का कब्जा होगा और 40 फीसदी पदों पर झारखंड के बाहर के राज्यों के उम्मीदवारों का कब्जा होगा, जिसका छात्र संगठन विरोध कर रहे थे।
इसके साथ की झारखंड के कई जिलों से ओबीसी आरक्षण को हटा दिया गया है, इसको भी लेकर छात्रों में गुस्सा है। छात्रों के संगठनों ने इस मामले पर बीते दिनों राज्य के मंत्रियों से मुलाकात कर नियोजन नीति वापस लेने की मांग की थी लेकिन ऐसा न होने पर उन्होंने विधानसभा का घेराव किया।
Situation is under control. All protestors have gone home. Forces have been deployed in different locations. Nobody has the right to take the law into their hands. Protests are allowed but the place of the protest is assigned, citizens must follow that: Naushad Alam, SP Ranchi pic.twitter.com/qJoZqRbjDK
— ANI (@ANI) March 23, 2023
कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं
रांची के एसपी नौशाद आलम ने कहा, फिहाल स्थिति नियंत्रण में है। सभी प्रदर्शनकारी घर जा चुके हैं। अलग-अलग जगहों पर फोर्स तैनात कर दी गई है। किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। विरोध की अनुमति है लेकिन विरोध का स्थान निर्धारित है, नागरिकों को इसका पालन करना चाहिए।