joshimath
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    नई दिल्ली/जोशीमठ. उत्तराखंड (Uttrakhand) सी मिली बड़ी खबर के अनुसार, यहां के जोशीमठ (Joshimath) में भू-धंसाव के चलते  क्षतिग्रस्त होटलों को भी अब गिराया जाएगा। इस बाबत आह से ही होटल मलारी और होटल माउंट व्यू को गिराने का काम शुरू हो सकता है। जानकारी के अनुसार इन दो हटलों के कारण इनके पीछे बने मकानों पर भी असर पड़ा है और यहां पर दरारें भी और भी बड़ी हो गई थीं।

    गौरतलब है कि, उत्तराखंड के जोशीमठ में जिन होटलों और मकानों में अधिक दरारें हैं, उन्हें गिराने का काम आज से शुरू होने जा रहा है। वहीं स्थानीय  प्रशासन द्वारा असुरक्षित जोन घोषित क्षेत्रों को पहले ही खाली करा लिया गया है।

    बता दें कि, जोशीमठ में जमीन के फटने और घरों में आई दरारों के बीच एक और बड़ी मुसीबत से यहां आनेवाले कुछ दिन में हालात और मुश्किल हो सकते हैं। दरअसल राज्य मौसम विज्ञान केंद्र ने यहां अब जोरदार सर्दी के बीच बारिश होने का भी अब अलर्ट जारी किया है। 

    जानकारी के अनुसार मौसम विभाग ने अगले 11 और 12 जनवरी को बारिश होने की आशंका को देखते हुए अलर्ट जारी किया है। ऐसे में अगर मौसम विभाग की भविष्यवाणी सटीक रही तो धंस रही जमीन और दरकते जोशीमठ के लिए यहां बारिश का अनुमान और भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है। हालांकि यहां पर किसी भी राहत और बचाव अभियान में स्थानीय प्रशासन की मदद के लिए NDRF की एक टीम को तैयार रखा गया है।

    क्या है भू-धंसाव ?

    नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (National Oceanic and Atmospheric Administration) के अनुसार जमीन के अंदर जब बड़ी हलचल पैदा होती है दो ऊपरी हिस्से में इसका असर पड़ता है।  इसके कई कारक हो सकते है, जैसे मानव निर्मित या प्राकृतिक। प्राकृति खनन सामग्री को निकालने के लिए जमीन में खनन करना भी इसका बड़ा कारण है।