नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने एक बार फिर पीएम मोदी (PM Modi) के खिलाफ जहर उगला है। केजरीवाल पीएम मोदी को सबसे बड़ा भ्रष्टाचारी कह चुके हैं। एक प्रधानमंत्री के प्रति इस तरह के शब्द इस्तेमाल करना यह दर्शाता है कि केजरीवाल को पीएम से कितना चिढ़ है। मनीष सिसोदिया पर हुई कार्यवाई से केजरीवाल बौखलाए हुए हैं। पीएम मोदी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आये दिन वह पीएम मोदी को लेकर जहर उगल रहे हैं। एक बार फिर उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस दिन पीएम मोदी नहीं रहेंगे उस दिन भारत भ्रष्टाचार से मुक्त हो जाएगा।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ईडी और सीबीआई (ED and CBI) ने देश के सभी भ्रष्ट लोगों को एक पार्टी में ला दिया है। ईडी-सीबीआई ने छापा मारा और उनके सिर पर बंदूक रख दी और उनसे पूछा कि वे जेल जाना चाहते हैं या भाजपा में। जिस दिन पीएम मोदी प्रधानमंत्री नहीं रहेंगे, भारत ‘भ्रष्टाचार मुक्त भारत’ बन जाएगा। जिस दिन उनकी सरकार सत्ता से बाहर हो जाएगी, भाजपा के लोगों को सलाखों के पीछे डाल देंगे, देश भ्रष्टाचार मुक्त होगा।
#WATCH | Delhi CM Arvind Kejriwal says, "ED & CBI have brought all the corrupt people of the country in one party. ED-CBI raid & put a gun to their head and ask them if they want to go to jail or to BJP…The day PM Modi does not remain the PM, India will become a… pic.twitter.com/ZrBfhTTpJE
— ANI (@ANI) March 29, 2023
दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के विधायकों ने बुधवार को दिल्ली विधानसभा में दिल्ली विश्वविद्यालय के इंद्रप्रस्थ महिला कॉलेज की छात्राओं के साथ कथित बदसलूकी का मुद्दा उठाया और राष्ट्रीय राजधानी में ‘‘खराब” कानून-व्यवस्था के लिए उपराज्यपाल (एलजी) को जिम्मेदार ठहराया। इस बीच, सदन में चर्चा के लिए उठाए जाने वाले मुद्दों पर अध्यक्ष राम निवास गोयल के साथ बहस के बाद भारतीय जनता पार्टी के चार विधायकों को मार्शल की मदद से सदन से बाहर कर दिया गया।
आप के विधायक राजेंद्र पाल गौतम ने उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर आप दिल्ली की कानून-व्यवस्था नहीं संभाल सकते तो इस्तीफा दे दें। उन्होंने आरोप लगाया कि उपराज्यपाल खुद से संबंधित मामलों में कोई कार्रवाई नहीं करते, लेकिन सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप करते रहते हैं। ‘आप’ की विधायक बंदना कुमारी ने दावा किया कि पुलिस ने छात्रों द्वारा किए गए फोन पर समय पर कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दे पर पुलिस पूरी तरह विफल रही है।