बोम्मई के ट्विटर अकाउंट को लेकर अमित शाह, CM शिंदे का दावा; कहा-“कोई आग में घी डालने का काम कर रहा है”

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    मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने बेलगाम के साथ सीमावर्ती इलाकों में राजनीतिक विवाद और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (CM Basavaraj Bommai) के ट्विटर अकाउंट को लेकर चौंकाने वाला दावा किया है। बुधवार को पहली बार  केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र (Maharashtra) और कर्नाटक (Karnataka) के बीच चल रहे सेम्मा विवाद को सुलझाने के लिए हस्तक्षेप किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने शिंदे और बोम्मई को सलाह दी कि जब तक मामला अदालत में हल नहीं हो जाता, तब तक दोनों राज्यों को क्षेत्रों पर दावा नहीं करना चाहिए। लेकिन इस मुलाकात के बाद बसवराज के ट्विटर हैंडल को लेकर शाह और शिंदे के दावों से नए सवाल खड़े हो गए हैं।

    शाह (Amit Shah) ने बुधवार को संसद भवन के पुस्तकालय भवन में दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों देवेंद्र फडणवीस और कर्नाटक के गृह मंत्रीअरगा ग्यानेंद्र के साथ बैठक की। दोनों राज्यों में तीन मंत्रियों की एक समिति बनाने का भी निर्णय लिया गया। शाह ने बताया कि यही समिति सीमावर्ती क्षेत्रों में कई छोटे-मोटे विवादों का सौहार्दपूर्ण समाधान निकालने की कोशिश करेगी और केंद्र सरकार को एक रिपोर्ट भी सौंपेगी।

    कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के आक्रामक ट्वीट के बाद सीमावर्ती इलाकों में तनाव बढ़ गया है। हालांकि, बोम्मई ने बैठक में दावा किया कि बयान फर्जी ट्विटर अकाउंट के जरिए प्रसारित किए गए थे। 23 नवंबर को अक्कलकोट और सोलापुर के गांवों पर दावा करने वाला एक ट्वीट बोम्मई के नाम से एक वेरिफाइड ट्विटर हैंडल से भेजा गया था।

    बोम्मई के नाम से एक वेरिफाइड ट्विटर हैंडल से किए गए इसी ट्वीट ने विवाद को फिर से सुर्खियों में लाया है। लेकिन अब केंद्रीय गृह मंत्री के साथ-साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने भी दावा किया है कि जिस ट्विटर अकाउंट से यह ट्वीट किया गया है वह फर्जी है। शाह ने आश्वासन दिया कि इन खातों को खोलने वालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी।

    अमित शाह ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, “जब इस मुद्दे पर चर्चा हो रही थी, तब यह बात सामने आई कि, इस मामले में फर्जी ट्विटर अकाउंट (Basavaraj Bommai) ने बड़ी भूमिका निभाई है। बड़े नेताओं के नाम से फर्जी ट्विटर अकाउंट बनाए गए और वायरल किए गए। यह मामला गंभीर है क्योंकि इस तरह के ट्वीट दोनों पक्षों के लोगों की भावनाओं को भड़काते हैं और अप्रिय घटनाओं को जन्म देते हैं। जहां भी इन फर्जी ट्विटर हैंडल के मामले सामने आएंगे, वहां प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। जिन लोगों ने ऐसा किया है, वे भी जनता के सामने बेनकाब होंगे।”

    एकनाथ शिंदे ने भी इन फर्जी ट्विटर अकाउंट्स का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि, “मैंने और उपमुख्यमंत्री ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री के साथ ट्विटर और उस पर दिए गए बयानों के बारे में चर्चा की। उन्होंने साफ कहा कि यह मेरा बयान नहीं है। यह ट्विटर हैंडल मेरा नहीं है। ट्विटर हैंडल से ऐसा कोई बयान नहीं दिया गया है। इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री ने भी साफ तौर पर अपनी बात रखी है। कोई इस मामले में आग में घी डालने का काम कर रहा है।”