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    मुंबई: राकांपा ने उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक सांसद की राज ठाकरे (Raj Thackeray) को चेतावनी का उल्लेख करते हुए भाजपा पर मनसे प्रमुख को मोहरे के रूप में इस्तेमाल करने का बृहस्पतिवार को आरोप लगाया। भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने एक चेतावनी में कहा है कि राज ठाकरे जब तक उत्तर भारतीयों को ‘‘अपमानित” करने के लिए माफी नहीं मांगते, तब तक उन्हें अयोध्या में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। 

    महाराष्ट्र राकांपा के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने भाजपा पर ‘इस्तेमाल करके फेंकने’ की नीति अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज ठाकरे को ‘‘अपने कर्मों का फल मिलेगा।” तापसे का इशारा महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के एक पुराने आंदोलन की ओर था जिसने पूर्व में उत्तर भारतीय छात्रों के राज्य के कल्याण में रेलवे की परीक्षा देने के मद्देनजर राज्य के स्थानीय युवाओं को तरजीह देने का मुद्दा उठाया था। 

    भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने ठाकरे की 5 जून की प्रस्तावित अयोध्या यात्रा का बृहस्पतिवार को विरोध किया और चेतावनी दी कि जब तक वह उत्तर भारतीयों को अपमानित करने के लिए सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते, तब तक उन्हें उत्तर प्रदेश के शहर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। 

    कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र के सांसद और राममंदिर आंदोलन के नेताओं में से एक सिंह ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘उत्तर भारतीयों को अपमानित करने वाले राज ठाकरे को अयोध्या सीमा में प्रवेश नहीं करने देंगे। अयोध्या आने से पहले राज ठाकरे को सभी उत्तर भारतीयों से हाथ जोड़कर माफी मांगनी चाहिए।” ठाकरे ने हाल ही में मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की जोरदार वकालत की थी और कहा था कि ऐसा नहीं होने पर मनसे कार्यकर्ता इन धार्मिक स्थलों के बाहर ‘हनुमान चालीसा’ बजाएंगे। 

    महेश तापसे ने एक बयान में कहा, ‘‘भाजपा ने ठाकरे की हिंदुत्व वाली पतंग को ऊंची उड़ान भरने से पहले ही काट दिया। हर किसी को अपने कर्मों के लिए भुगतना पड़ता है।” ठाकरे ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उत्तर प्रदेश राज्य में धार्मिक संरचनाओं से लाउडस्पीकर हटाने के फैसले की प्रशंसा की थी। 

    उसी का उल्लेख करते हुए, तापसे ने सवाल किया कि क्या योगी आदित्यनाथ ‘‘जिनकी ठाकरे द्वारा प्रशंसा की गई थी”, उत्तर प्रदेश के लोगों की ‘‘भावनाओं के खिलाफ” मनसे प्रमुख से मिलेंगे। राकांपा के एक अन्य प्रवक्ता क्लाइड क्रेस्टो ने कहा कि ठाकरे ने ‘मराठी मानुष’ कार्ड खेला और उत्तर भारतीयों के साथ ‘दुर्व्यवहार’ किया। क्रेस्टो ने आरोप लगाया कि ठाकरे ने महाराष्ट्र के लिए कुछ नहीं किया और अब राजनीति में प्रासंगिक बने रहने के लिए उन्हीं उत्तर भारतीयों को कथित रूप से लुभाने की कोशिश कर रहे हैं।