
नई दिल्ली: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadanvis) ने उद्धव ठाकरे सरकार (Udhav Thackeray Government) पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि, राज्य सरकार ने सचिन वाझे (Sachin Waze) की नियुक्ति वसूली करने के लिए किया था।” बुधवार को नई दिल्ली (New Delhi) स्थित भाजपा मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने यह बात कही।
फडणवीस ने सवाल करते हुए पूछा, “सवाल यह है कि एपीआई सचिन वेज को फिर से नियुक्त क्यों किया गया। 2004 में उन्हें निलंबित कर दिया गया, 2008 में वीआरएस लिया और बाद में उनके खिलाफ जांच के कारण उनका वीआरएस स्वीकार नहीं किया गया।” उन्होंने आगे बताया कि,”मेरे मुख्यमंत्री रहते हुए 2018 में मुझपर शिवसेना का उन्हें वापस लाने का दबाव था, लेकिन मैंने इनकार कर दिया।”
Question is why API Sachin Waze was reappointed. He was suspended in 2004, took VRS in 2008 &later, his VRS wasn’t accepted due to an inquiry against him. In 2018, there was pressure from Shiv Sena to get him back, but I refused: BJP leader&former Maharashtra CM Devendra Fadnavis pic.twitter.com/uWIKJwIk2D
— ANI (@ANI) March 17, 2021
उद्धव ठाकरे ने किया था फोन
भाजपा नेता ने बताया कि,”इसके लिए उद्धव ठाकरे समेत कई शिवसेना के मंत्रियों ने मुझसे बात की थी। जिसके बाद मैंने राज्य के तत्कालीन ऑटर्नी जनरल से इस मामले पर बात की। जिसमें उन्होंने में बिना लिखित में बताया कि, आप उन्हें वापस नहीं लें, उन्हें हाई कोर्ट ने सस्पेंड किया हुआ है जिसके वजह से उन्हें फिर से पुलिस विभाग में वापस लाना बेहद गलत होगा।”
वाझे शिवसेना के वसूली एजेंट
पूर्व मुख्यमंत्री ने शिवसेना पर हमला बोलते हुए कहा, “वाझे शिवसेना के वसूली एजेंट थे। पुलिस बल में वापसी के बाद क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट में सीधे भर्ती किया गया था। सचिन वेज़ को सीआईयू प्रमुख के रूप में नहीं बल्कि एक वसूली अधिकारी के रूप में बनाए रखा गया था। मुंबई में, डांस बार चलाने के लिए एक खुला सूट था और उसके प्रमुख सचिन वाझे थे।”
उन्होंने कहा, “राज्य के जितने भी महत्वपूर्ण मामले हैं, जिसमें ऋतिक रोशन से लेकर कई बड़े केस वाझे को सौंपे गई थे। वाजे पर रंगदारी का आरोप भी लगा था, जिसके चलते वह सस्पेंड हुए थे लेकिन इसके बाद भी शिवसेना ने उन्हें पुलिस विभाग में वापस लाई। वह मुंबई कमिश्नर के बाद दूसरे नंबर के अधिकारी बन गए थे।”
एनआईए और एटीएस सही से जाँच नहीं कर रही
जांच एजेंसियों पर सवाल उठाते हुए भाजपा नेता ने कहा, “मुझ जैसे एक विधायक को जब इतनी महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है तो जांच कर रही एनआईए और एटीएस को क्यों नहीं मिल रही है।” उन्होंने कहा, “मैं जांच एजेंसियो पर शंका नहीं उठा रहा हूँ लेकिन मुझे लगता है कि एनआईए और एटीएस सही से जाँच नहीं कर रही है।”
वाझे तो मोहरा, मालिक तो कोई और
पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, “सचिन वाझे तो सिर्फ एक मोहरा है, उनका मालिक तो कोई और वह खेल रहा है। उनके आका कौन है इसका पता लगाना चाहिए, एंटीलिया में जिलेटिन से भरी एसयूवी रखने के पीछे क्या मकसद है उसका पता लगाना चाहिए।