नयी दिल्ली. भारत और चीन के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने बुधवार को पूर्वी लद्दाख में बातचीत की जिसमें इस क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनाये रखने पर बल दिया गया। इस वार्ता की जानकारी रखने वालों ने कहा कि यह मेजर जनरल के स्तर पर नियमित बातचीत थी और इस तरह की बातचीत मासिक आधार पर होती है।
इस क्षेत्र में कई स्थानों पर दोनों पक्षों के बीच टकराव के बीच यह वार्ता हुई। वैसे इस वार्ता पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। दो साल से अधिक समय से भारत और चीन की सेनाओं के बीच कई स्थानों पर टकराव के कारण उनके मध्य गतिरोध बना हुआ है।
भारत हमेशा से मानता रहा है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर शांति द्विपक्षीय संबंधों के समग्र विकास के लिए महत्वपूर्ण है। गतिरोध को हल करने के लिए दोनों सेनाओं ने कोर कमांडर स्तर की 16 दौर की बातचीत अब तक की है।
बता दें कि, भारतीय थलसेना और चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के बीच पिछले दौर की वार्ता बीते 17 जुलाई को हुई थी। बता दें कि आज भी संवेदनशील पर्वतीय क्षेत्र में LAC पर दोनों पक्षों के करीब 50,000 से 60,000 सैनिक सैन्य दल-बल के साथ तैनात हैं (एजेंसी इनपुट के साथ)