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    नई दिल्ली: सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने आज (सोमवार) एक एडवाइजरी जारी की है। इसमें मंत्रालय ने देश के सभी टीवी चैनलों सख्त सलाह देते हुए कहा कि, वे परेशान करने वाले फुटेज और तस्वीरों को दिखाने से सख्ती से परहेज करें। मंत्रालय ने कहा कि, इस तरह की रिपोर्टिंग “गरिमा” को प्रभावित करती हैं। 

    मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी इस परामर्श में कहा गया है कि, “टेलीविजन चैनलों पर व्यक्तियों के शव, घायल लोगों के चित्र व वीडियो, महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों सहित लोगों के साथ मारपीट जैसी घटनाओं के वीडियो प्रसारित किए गए…।” 

    मंत्रालय ने टेलीविजन चैनलों को सख्त सलाह दी है कि अपराध, दुर्घटनाओं और हिंसा की घटनाओं के प्रसारण के लिए वे अपनी प्रणाली को केबल टेलीविजन नेटवर्क (विनियमन) कानून के तहत निर्धारित कार्यक्रम संहिता के अनुरूप मजबूत करें। केंद्र सरकार ने पिछले दिनों क्रिकेटर ऋषभ पंत की कार दुर्घटना और कुछ अपराधों के टेलीविजन कवरेज को सोमवार को ‘खराब’ और ‘दुखद’करार दिया एवं टीवी समाचार चैनलों को संबंधित कानून के तहत निर्धारित कार्यक्रम संहिता का सख्ती से पालन करने को कहा। 

    सूचना और प्रसारण मंत्रालय (एमआईबी) ने सभी निजी समाचार चैनलों को जारी एक परामर्श में पंत की कार दुर्घटना की रिपोर्टिंग व शवों की तस्वीरों और पांच साल के बच्चे की पिटाई जैसी घटनाओं के प्रसारण का हवाला दिया।  इसमें यह भी कहा गया है कि प्रसारकों ने वीडियो क्लिप और तस्वीरें सोशल मीडिया से लीं और कार्यक्रम संहिता की भावना के अनुरूप बनाने के लिए ऐसी क्लिप को संपादित करने के बहुत प्रयास नहीं किए गए। 

    मंत्रालय ने एडवाइजरी में संपादकीय विवेक और संशोधनों के बिना प्रसारित किए जा रहे कार्यक्रम का जिक्र किया हैं। बिना संसोधन के प्रसारित सामग्री के उदाहरणों की सूची नीचे दी गई है।

    1. 30.12.2022: दुर्घटना में घायल हुए क्रिकेटर की दर्दनाक तस्वीरें और वीडियो बिना धुंधला किए दिखाया गया।
    2. 28.08.2022: शव को घसीटते हुए एक आदमी का परेशान करने वाला फुटेज दिखाया गया, जिसके चारों ओर खून के छींटे पड़े हुए हैं।
    3. 06-07-202: बिहार की राजधानी पटना के एक कोचिंग क्लासरूप में एक शिक्षक को 5 साल के बच्चे को बेरहमी से पिटाई करते तब तक दिखाया गया, जब तक कि वह बेहोश नहीं हो गया। क्लिप को म्यूट किए बिना चलाया गया था, जिसमें दया की भीख मांगते बच्चे की दर्दनाक चीखें सुनी जा सकती हैं। इसे 09 मिनट से अधिक समय तक दिखाया गया था।
    4. 04-06-2022: बिना धुंधला किए एक पंजाबी गायक के शव की दर्दनाक तस्वीरों को दिखाना।
    5. 25-05-2022: असम के चिरांग जिले में एक व्यक्ति द्वारा दो नाबालिग लड़कों को डंडे से बेरहमी से पीटने की दिल दहला देने वाली घटना को दिखाया गया है। वीडियो में शख्स को बेरहमी से लड़कों को लाठी से पीटते देखा जा सकता है। क्लिप को बिना ब्लर या म्यूट किए प्ले किया गया था, जिसमें लड़कों के रोने की आवाज साफ सुनाई दे रही थी।
    6. 16-05-2022: कर्नाटक के बागलकोट जिले में एक महिला अधिवक्ता के साथ उसके पड़ोसी ने बेरहमी से मारपीट की, जिसे बिना एडिटिंग के लगातार दिखाया गया।
    7. 04-05-2022: तमिलनाडु के विरुधुनगर जिले के राजापलायम में एक व्यक्ति को अपनी ही बहन की हत्या करते हुए दिखाया गया है।
    8. 01-05-2022: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में एक व्यक्ति को पेड़ से उल्टा लटका कर पांच लोगों द्वारा बेरहमी से लाठियों से पीटने का वीडियो दिखाया गया।
    9. 12-04-2022: एक वीडियो में पांच शवों के दर्दनाक दृश्य लगातार बिना धुंधला किए हुए दिखाए गए।
    10. 11-04-2022: एक ऐसी घटना के बारे में जिसमें केरल के कोल्लम में एक व्यक्ति को अपनी 84 वर्षीय मां पर बेरहमी से हमला करते हुए देखा जा सकता है, लगभग 12 मिनट तक बिना धुंधला किए लगातार अपनी मां को पीटते हुए और बेरहमी से पीटते हुए देखा जा सकता है।
    11. 07-04-2022: बेंगलुरू में एक बूढ़े व्यक्ति द्वारा माचिस की तीली जलाकर उसे अपने बेटे पर फेंके जाने का वीडियो फुटेज बिना एडिटिंग के बार-बार प्रसारित किया गया।
    12. 22-03-2022: असम के मोरीगांव जिले में एक 14 वर्षीय नाबालिग लड़के की पिटाई का वीडियो बिना ब्लर या म्यूट किए चलाया गया है। इस वीडियो में लड़के को बेरहमी से पीटते हुए रोते और गिड़गिड़ाते हुए सुना जा सकता है।(भाषा इनपुट के साथ )