
नई दिल्ली. भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह खिलाफ नाबालिग महिला पहलवान ने अपना बयान बदल दिया है। उसने सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोप वापस लेकर भेदभाव का आरोप लगाया है। नाबालिग पहलवान के पिता ने इसकी पुष्टि की है।
मेरा परिवार बर्बाद हो जाएगा
नाबालिग पहलवान के पिता ने बताया कि उन्होंने 5 जून को कोर्ट में बयान बदल दिए थे। उन्होंने कहा कि मैं ये नहीं कहना चाहता कि किसने धमकी दी है। मेरा भी परिवार है। अगर मेरे को कुछ हो गया तो मेरा परिवार बर्बाद हो जाएगा। मुझे डर लग रहा है। नाबालिग पहलवान के पिता ने कहा हमारे अंदर भेदभाव का गुस्सा था। फेडरेशन के अंदर अपील की लेकिन उन्होंने भी नहीं सुनी। हमने जो एप्लिकेशन दी, उसमें कुछ सच और कुछ गलत था। मैंने सही और गलत को कोर्ट में जाकर क्लियर कर दिया है। मेरा पूरा परिवार डिप्रेशन में है।
अनुराग ठाकुर से बजरंग और साक्षी की बैठक
इससे पहले आज दिल्ली में पहलवान बजरंग पुनिया और साक्षी मालिक ने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ 6 घंटे तक बैठक की। इस बैठक के बाद बजरंग पुनिया ने कहा कि सरकार ने पुलिस की कार्रवाई 15 जून तक पूरी करने की बात कही है। प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे महिला, पुरुष खिलाडियों की सुरक्षा की भी बात कही है और 28 मई की रात को हम पर जितने भी मामले दर्ज हुए हैं वह वापस लेने की भी बात कही है। उन्होंने बताया कि उनका प्रदर्शन खत्म नहीं हुआ है। प्रदर्शन चलता रहेगा।
30 जून तक रेसलिंग फेडरेशन का चुनाव
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “पहलवानों के साथ सकारात्मक बातचीत बहुत संवेदनशील मुद्दे पर हुई है। लगभग 6 घंटे चली इस बैठक में जिन मुद्दे पर चर्चा हुई है उसमें जो आरोप लगाए गए हैं उन आरोपों की जांच पूरी करके 15 जून तक चार्जशीट दायर की जाए और रेसलिंग फेडरेशन का चुनाव 30 जून तक किया जाए। रेसलिंग फेडरेशन की आंतरिक शिकायत समिति बनाई जाए और उसकी अध्यक्षता कोई महिला करे।” ठाकुर ने कहा, “पहलवानों ने अनुरोध किया कि 3 कार्यकाल पूरा कर चुके बृजभूषण सिंह और उनके सहयोगियों को दोबारा नहीं चुना जाना चाहिए। उन्होंने मांग की कि पहलवानों के खिलाफ सभी एफआईआर वापस ली जाए।”